उमेश कुमार ने बसपा के कद्दावर विधायक शहज़ाद को उन्ही के गढ़ में दी पटखनी
हरिद्वार में बसपा का गिरा ग्राफ, खिसके चौथे पायदान पर, निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार का बढ़ा जनाधार, लेकिन चुनाव हारे

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) देश के लोकतंत्र का सबसे बड़ा महापर्व लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित हुआ है ऐसे में हरिद्वार लोकसभा सीट काफी हॉट सीट पूरे उत्तराखंड में बनी हुई थी।
(फाइल फोटो)
जिसमें दो पूर्व मुख्यमंत्री और उनके सामने उनका जानी दुश्मन यानि वरिष्ठ पत्रकार एवं विधायक ख़ानपुर उमेश कुमार थे जिसने दोनो मुख्यमंत्री की कुर्सी हिलाने का काम किया था। राजनीति के मैदान में उनके सामने थे।
तो वहीं बसपा से मौलाना जमील को मैदान में लाने का काम बसपा के क़द्दावर नेता कहे जाने वाले लक्सर से बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद बैकग्राउंड में उनके पीछे थे और पूरे दमखम के साथ बसपा प्रत्याशी को चुनाव लड़ा रहे थे।
उमेश कुमार और शहज़ाद के बीच विधानसभा में दोनों के बीच में जो गर्माहट देखने मिली थी वो बाहर भी देखने को मिली यह नहीं शहजाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए ये कहा था कि उमेश कुमार को पूरी लोकसभा में सबक सिखा कर रहूंगा।
जबकि कहानी इसके उलट हुई मोहम्मद शहजाद लक्सर में ही बसपा को अपनी ही विधानसभा में बचा नहीं पाए उमेश कुमार ने यहां बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद को ही चित करके दिखा दिया यहां से उमेश कुमार को बसपा प्रत्याशी से लगभग 2000 वोट ज्यादा मिले हैं।
(फाइल फोटो)
उमेश कुमार ने बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद की ही विधानसभा में अपनी मजबूत पकड़ बनाने में कामयाब रहे जो मोहम्मद शहजाद के लिए बड़ा झटका है इसके अलावा उमेश कुमार ने जिस तरीके से पुरी लोकसभा क्षेत्र में निर्दलीय होने के बावजूद तीन नेशनल पार्टियों के बीच चुनाव लड़ा है वह काबिले तारीफ है और वह तीसरे नंबर पर अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए है यही नहीं बसपा को हरिद्वार जिले का गढ़ माना जाता था लेकिन इस बार बसपा चौथे पायदान पर दिखाई दी।
यही नहीं उमेश कुमार लगभग 48 हज़ार वोटो से बसपा से हरिद्वार लोकसभा सीट पर आगे रहे है अगर कहा जाए तो आने वाले विधानसभा चुनाव 2027 में उमेश कुमार हरिद्वार लोकसभा सीट से सभी विधानसभा सीट पर बड़ा उलट फेर करने की स्थिति में रहेंगे।
साथ ही नगर निकाय चुनाव के साथ साथ ज़िला पंचायत चुनाव में भी उमेश कुमार का दखल रहेगा। ऐसा राजनीतिक पंडित सभी आंकलन के बाद कह रहे है।