खनन पार्ट…2 रतमाऊ और रॉ नदी का सीना छलनी कर रहे खनन माफिया
नियम को ताक पर रखकर धड़ल्ले से नदियों से जारी हैं अवैध खनन का काला कारोबार, सवाल बरकरार "कार्यवाही अब तक क्यों नही"

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) बहादराबाद थाना क्षेत्र के चौकी शांतरशाह के समीप रतमाऊ और रॉ नदी में अवैध खनन का खेल जारी है।
(खनन कर उठाई गई मिट्टी, प्रशासन मौन?)
अवैध खनन कर दोनो नदियों का सीना छलनी कर रहे खनन माफिया को लेकर लगातार खबरे प्रकाशित हो रही है। लेकिन इसे दुस्साहस कहा जाए या फिर संरक्षण जिसके कारण इन माफियाओं पर कार्यवाही जीरो हैं। जबकि खनन माफिया विभागीय अधिकारियों से अपनी साठगांठ की दुहारी देकर धडल्ले से खनन का काला कारोबार कर रहे हैं।
(अवैध खनन से लदे ट्रैक्टर ट्राली के कारण नेशनल हाईवे पर सड़क किनारे टूटे)
हरिद्वार-दिल्ली नेशनल हाईवे कोर कॉलेज के समीप रतमाऊ नदी हैं वही इसी हाईवे पर पतंजलि योग पीठ के निकट रॉ नदी स्थित है। दोनो नदियां रुड़की तहसील के शांतरशाह चौकी के अंतर्गत आती हैं।
(फाइल फोटो)
जैसे जैसे सूर्य अस्त की ओर बढ़ता है। ऐसे ही दर्जनों खनन माफिया सक्रिय हो जाते है। और फिर चलता है दोनो नदियों से अवैध खनन का गोरखधंधा, जिसके कारण राजस्व विभाग को लाखो रुपयों का चूना लगाया जा रहा है।क्योंकि खनन माफियाओं के नेटवर्क के आगे प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
क्षेत्र में माफियाओं द्वारा नियम को ताक पर रखकर खनन का धंधा बेरोकटोक जारी है। नदियों का सीना छलनी कर रहे खनन माफिया को ना तो स्थानीय पुलिस का कोई खौफ हैं और ना ही किसी अन्य विभाग की कार्यवाही का, खनन माफिया विभागीय अधिकारियों से अपनी साठगांठ की दुहारी देकर धडल्ले से खनन का काला कारोबार कर रहे हैं।
(लाखो रुपए की मिट्टी को लगाया ठिकाने)
खबर प्रकाशित होने के बाद देर रात तक खनन माफिया अपने कार्य में जुटे रहे। इससे साफ जाहिर होता हैं कि इसे दुस्साहस कहा जाए या फिर प्रशासन का संरक्षण, क्योंकि हाईवे पर कड़े पहरे के बीच पुलिस की नाक के नीचे से खनन का गोरखधंधा उनकी मंशा और नियत को साफ जाहिर कर रहा है।
(अकल्पनिक फाइल फोटो)
“लेकिन सवाल अब भी बरकरार है” अवैध खनन करने वाले माफियाओं के खिलाफ प्रशासन की कार्यवाही क्यों नही? या फिर ऐसे ही खनन का गोरखधंधा धडल्ले से जारी रहेगा? या फिर इनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी? ये तो आने वाला समय ही बताएगा।