जेठ की पहली जुमेरात पर कलियर में उमड़ी जायरिनो की भीड़
अव्यवस्थाओं का रहा बोलबाला, जायरीनों से अवैध उगाही करने का मामला भी आया सामने
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) पिरान कलियर में जेठ का मेला यानी जेठ जुमेरात शुरू हो गई है। मान्यता है। कि जेठ जुमेरात पर आसपास के क्षेत्रों और बाहरी क्षेत्रों से आने वाले जायरीन दरगाह में हाजिरी पेश करने के लिए कलियर पहुंचते हैं। और अपनी श्रद्धा से गेहूं, गुड, शक्कर लंगर में दान देते है।
जिससे साल भर तक दोनो समय लंगर आम रहता है। वैसे तो प्रत्येक जुमेरात को जायरीनो की भारी संख्या में भीड कलियर पहुंचती है। लेकिन इन जेठ जुमेरात का अलग ही महत्व है।
जानकर बताते है। कि जेठ की जुमेरात साल भर में एक बार आती है। और दरगाह से अकिदत रखने वाले अकिदतमंद जायरीन श्रध्दा से दरगाह में गेहूं,गुड और शक्कर का दान करते है। बताया जाता हैं कि मान्यता ऐसी है। कि यहां पर पहुंचने वाले अकिदतमंद जायरीनो की मन्नत मुरादे पूरी होती है।
वही जानकार बताते है। कि कुछ वर्षों पहले जेठ की जुमेरात के मौके पर मेला लगता था। और बड़ी संख्या में आसपास के लोग फसल कटने बाद उस फसल का कुछ हिस्सा दरगाह में दान स्वरूप लेकर आते थे। लेकिन जैसे जैसे समय परिवर्तित होता गया। ऐसे ही धीरे धीरे ये चीजे विलुप्त होती चली गई। जबकि कुछ जायरीन आज के दौर में भी दरगाह में दान चढावा करने के लिए खाद्य चीज लेकर आते है।
जेठ जुमेरात पर अव्यवस्थाओं का रहा बोल बाला…..
जेठ की पहली जुमेरात को लेकर दरगाह प्रबंधन की आधी अधूरी तैयारियो का खामिजा जायरीनो को भुगतना पडा है। क्योकि दरगाह की ओर से जायरीनो के किए कोई सुविधा उपलब्ध नही कराई गई। चिलचिलाती कडी धूप में जायरीनो को खुले आसमान के नीचे ही लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करना पडा। जायरीनों के लिए ना तो टैंट की व्यवस्था की गई और ना ही पानी का मुकम्मल इंतजाम। कलियर पहुंचे जायरीनो को दुकानो से पानी खरीदकर पीना पडा।
अवैध उगाही का मामला आया सामने, फर्जी खादिमो की रही बल्ले बल्ले……
फर्जी खादिमो की फौज रोकने को लेकर भी दरगाह प्रबंधन नाकाम साबित हो रहा है। जेठ की पहली जुमेरात पर कलियर पहुंचे जायरीनो से अवैध उगाही कर फर्जी खादिमों ने जमकर चांदी काटी। वही फर्जी खादिम से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमे फर्जी खादिम जायरीनो से अवैध उगाही करता हुआ नजर आ रहा है फर्जी खादिमो को रोकने के लिए दरगाह में तैनात किए गए पीआरडी जवान भी इन्हे रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। जब दरगाह प्रबंधक से इस मामले को लेकर फोन के माध्यम से संम्पर्क साधा गया लेकिन उनसे कोई सम्पर्क नहीं हो पाया। इससे पहले दरगाह प्रबंधन की ओर से कई फर्जी खादिमों को ब्लैक लिस्ट किया गया था। इसके बावजूद भी दरगाह प्रबंधन फर्जी खादिमो पर रोक लगाने में नाकाम साबित हुआ।