“मलाईदार ठेको पर मैडम” की नजर, करीबी कर्मचारियों को उतारा मैदान में,
फोर व्हीलर पार्किंग पर चस्पा नोटिस, अब दरगाह कर्मचारी संभालेंगे कमान, जानिए क्या बताया गया कारण
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क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) विश्व विख्यात दरगाह साबिर पाक में अकीदतमंद करोड़ों लोगों की गहरी आस्था है। वैसे तो प्रतिदिन हजारों की संख्या मे अकीदतमंद जायरीन जियारत के लिए कलियर पहुंचते हैं।
लेकिन नौचंदी जुमेरात और जेठ जुमेरात पर जायरीनों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिलता हैं। अव्यवस्थाओं की भरमार की अनदेखी लेकिन मैडम साहिबा की नजर मलाईदार ठेकों की तरफ हैं।
क्योंकि अभी तक कुछ ठेकों की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। जिसके कारण दरगाह प्रबंधन की ओर से उन ठेकों को डेली वेज पर ठेकेदारों को दिया हुआ है। जिसका पैसा दरगाह में जमा कराया जाता है।
उन्ही डेली वेज ठेकों में एक ठेका फोर व्हीलर पार्किंग का हैं। “मलाईदार फोर व्हीलर पार्किंग पर मैडम साहिबा ने ठेकेदार इकराम को नोटिस देते हुए दरगाह की शर्तो के अनुसार धनराशि जमा ना करने पर कार्यभार दरगाह कार्यालय में उपलब्ध कराने और पूरी रकम जमा कराने का नोटिस थमाया हैं।
और साथ ही मैडम साहिबा ने अपने चहते और करीबी दरगाह कर्मचारियों को फोर व्हीलर पार्किंग की जिम्मेदारी सौंपी है। अब इस ठेके को दरगाह कर्मचारी चलाएंगे।
जिसके कारण दरगाह प्रबन्धक के इन चहते दरगाह कर्मचारियों की बल्ले बल्ले हैं। आज गुरुवार यानी नौचंदी जुमेरात हैं नौचंदी जुमेरात पर भारी संख्या में कलियर पहुंचे जायरीनों से इन दरगाह कर्मचारियों ने जमकर चांदी काटी।
लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि पहाड़ी गेट और फुवारा चौक पर प्रसाद की दुकानें उर्स/मेले के समापन के बाद से खाली चल रही है। जिसका ना तो कोई ठेका किया गया है और ना ही दरगाह कर्मचारियों को बैठाया गया।
जिसके कारण दरगाह की आय को रोजाना लाखो रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। और साथ ही मलाईदार ठेकों पर मैडम साहिबा की नजर हैं। वही मैडम साहिबा अपने दिग्गज कर्मचारी को मैदान में उतारने के लिए उच्च अधिकारियों की परमिशन में जुटी हुई है।
ठेकेदार इकराम ने बताया कि मैनें ठेके की 11 जून 2024 तक की धनराशि दरगाह के बैंक खाते में जमा कर चुका हूं। जिसकी बैंक में जमा की गई धनराशि की रशीद उसके पास उपलब्ध हैं। लेकिन दरगाह का ठेका सुपरवाइजर बार बार उसको नोटिस जारी कर ठेके की धनराशि जमा करने का दबाव बना रहा है। आरोप है कि ठेकेदार को डेली वेज्जिस ठेके की धनराशि दरगाह के बैंक खाते में जमा करने के बाद भी दरगाह कार्यालय से रशीद उपलब्ध नहीं कराई गई है। जबकि उसने पत्र लिखकर रशीद उपलब्ध कराने की मांग की थी। अब दरगाह प्रबंधक ने उसे नोटिस देकर तत्काल कार्यभार दरगाह कार्यालय में उपलब्ध कराने और पूरी रकम जमा ना कराने का नोटिस थमाया हैं। आरोप है कि जोकि नियम विरूद्ध हैं। ठेकेदार का कहना हैं कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिलेगा तो वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होगा।