13 दिनों तक छुपा रहा राज, ब्लाइंड मर्डर केस का ये निकला मास्टर माइंड, एक फरार
पुलिस ने सुलझाई ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी, एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने किया खुलासा
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने श्यामपुर थाना क्षेत्र में हुए ब्लाइंड मर्डर केस का सफलता पूर्वक खुलासा कर दिया हैं। खुलासे का रहस्य 13 दिन तक आरोपी अपने दिल में छुपाए रखते हुए घूमता रहा।
पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मुख्य आरोपी को दबोच लिया। वही हत्या में शामिल फरार दूसरे आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस प्रयास कर रही हैं।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने शुक्रवार को एसपी सिटी कार्यालय में ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए बताया कि श्यामपुर थाना क्षेत्र के नल्लोवाला के पास नदी किनारे एक युवक का शव मिला था।
युवक के चेहरे पर चोटें के निशान मिले थे। और साथ ही मृतक के गले पर “एम”लिखा हुआ था। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि युवक की हत्या करने के बाद शव को नदी किनारे घसीटकर फेंका गया था।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि सनसनीखेज मामले को देखते हुए तत्काल टीमों के गठन किया गया। और साथ ही सीआईयू की गठित टीमों को जल्द खुलासे के दिशा निर्देश दिए। वही पूरे मामले की जिम्मेदारी सीओ सिटी जूही मनराल के सुपर्द करते हुए एसपी सिटी पंकज गैरोला को नजर बनाए रखने के दिशा निर्देश दिए गए।
पेडों पर पड़ती रोशनी ने जगाई उम्मीदे….
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि मामले में दिलचस्प मोड तब आया जब घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित रवासन के कांटे के एक कैमरे के फोकस का छोटा सा एंगल मुख्य हाईवे को कवर करता मिला। देर रात पेड़ों पर पड़ती मद्धिम रोशनी की किरणों के आवाजाही का मैप तैयार कर टीम द्वारा संभावित गाड़ियों का चंडी चौक तक लगभग 20 km तक पीछा किया गया।
इस दौरान सिटी के लगभग 500 से भी ज्यादा कैमरों का गहराई से अवलोकन किया गया तब संभावित संदिग्ध मोटरसाइकिलों की गतिविधियों को देख मुखबिर तंत्र तथा टेक्निकल मदद से उक्त दोनों को कोतवाली नगर क्षेत्र में स्थित एक होटल तक जाते हुए चिन्हित किया गया। हरिद्वार पुलिस के लिए यह एक बहुत छोटी सी आशा की किरण थी जिसको पुलिस की कई टीमों द्वारा मिलकर डेवलप किया गया।
कत्ल की पूरी कहानी…
मृतक हनी पिछले कुछ महीनों से आरोपी नीरज शुक्ला व नागेंद्र (दोनों पेशे से ड्राइवर हैं) से खास दोस्ताना रखता था और तीनों अय्याश होने के चलते लड़की बाजी तथा सट्टाबाजी का भी शौक रखते थे। मृतक का तांत्रिक विद्या पर विश्वाश होने पर वह सट्टे में मोटी रकम जीतने के लालच में कई बार तांत्रिक के पास जा चुका था।
मृतक पर अय्याशी व सट्टे के कारण इधर उधर से लाखों का कर्जा होने पर उसने नीरज शुक्ला के माध्यम से भी लोगों से लाखों का उधार ले रखा था। मृतक द्वारा नीरज से उधार लिए पैसे न लौटाने पर कर्जदार लगातार नीरज के पास आकर पैसे वापस मांग रहे थे।
इसी बीच हाल ही में मृतक ने अपना दिल्ली स्थित फ्लैट बेचा था जिसकी उसे अच्छी रकम (लगभग 30 लाख) मिल गई थी। अपने अय्याश रवैए व सट्टे की लत के चलते मृतक ने फ्लैट बेच कर मिली रकम का काफी कुछ पैसा अय्याशी में उड़ा दिया था। मृतक द्वारा ऐसे ही पैसे उड़ाने पर नीरज द्वारा बार-बार मृतक को रोका जाता था और अपने एवं जिनसे उधार लिया था उनके पैसे वापस करने को बोला जाता था लेकिन बार-बार मांगने पर भी पैसे ना देने पर नीरज शुक्ला को लग गया था कि उसके लाखों रुपए अब डूबने वाले हैं।
इस पर नीरज ने अपने साथ नागेंद्र को लिया और दोनों ने एक प्लानिंग के तहत मृतक हनी के साथ दिन-रात उठना बैठना, साथ में शराब पीना करते हुए चुपके से मृतक के मोबाइल नंबर के पासवर्ड, एटीएम का पासवर्ड, बैंक का अकाउंट नंबर इत्यादि महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र कर ली। खुद की उधारी वापस न मिलने व मृतक के खाते में बची लाखों की धनराशि को हड़पने के लिए आरोपियों ने मृतक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। क्योंकि मृतक सट्टा खेलने का आदि था और तांत्रिक प्रक्रिया को भी मानता था जिस कारण नीरज एक बार मृतक को कोलकाता तांत्रिक के पास लेकर गया था फिर नीरज द्वारा बताया गया कि हरिद्वार में एक बड़ा तांत्रिक है जो बिल्कुल सही सट्टे का नंबर बताता है इस पर मृतक ने नीरज की बात पर विश्वास कर लिया।प्लान के मुताबिक आरोपी नीरज व नागेंद्र ने मृतक को तांत्रिक के पास ले जाने के बहाने हरिद्वार ले आए और सोची समझी साजिश के चलते रात को जब मृतक को पूरा नशा हो गया तब नशे की हालत में दोनों आरोपियों ने मुख्य सड़क से लगभग 200 मीटर अंदर सुनसान इलाके में नदी के बीच में जाने के बाद पीछे से गले में रस्सी लगा हनी का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने पहचान मिटाने के लिए मौके पर ही मौजूद पत्थर से मृतक अभय शर्मा उर्फ हनी के चेहरे को बिगाड़ दिया ताकि कोई भी उसको पहचान ना पाए। इसके बाद उक्त दोनों आरोपी मृतक के पैसे, ATM और मोबाइल निकाल मृतक की बाइक को भी साथ लेकर चले गए और मृतक के पैसों से अय्याशी शुरू कर दी।
क्षेत्र में हो रही पुलिस टीम की प्रशंसा….
थाना श्यामपुर पुलिस द्वारा सीआईयू हरिद्वार से जुगलबंदी कर कई दिनों चली दिन रात की मेहनत के दम पर किए खुलासे पर क्षेत्र वासियों द्वारा खुशी प्रकट करते हुए कार्यशैली की प्रशंसा की गई।
मृतक का विवरण
- अभय शर्मा उर्फ हनी पुत्र सुखनंदन शर्मा निवासी 284 सुदर्शन पार्क मोती नगर रमेश नगर पश्चिमी दिल्ली उम्र-37 वर्ष
विवरण आरोपित
- नीरज शुक्ला पुत्र त्रिभुवन शुक्ला निवासी विकासपुरी दिल्ली (गिरफ्तार)
- नागेंद्र पुत्र सिंहराज निवासी भुवापुर थाना तिगांव जिला फरीदाबाद (फरार)
बरामदगी
- 1,04,320 रुपए नगद केस(1 लाख चार हजार 320 रुपए
- मृतक के मोबाइल का सिम
- घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल TVS राइडर DL4SDU8837 मृतक का पंजाब एंड सिंध बैंक का ATM
- नागेन्द्र का ओप्पो कंपनी का मोबाइल
पुलिस टीम…
- सीओ जूही मनराल क्षेत्राधिकारी नगर हरिद्वार
- थानाध्यक्ष श्यामपुर नितेश शर्मा
- उप निरीक्षक विक्रम बिष्ट चौकी इंचार्ज चंडी घाट
- उप निरीक्षक गगन मैठाणी चौकी इंचार्ज लालढांग
- उप निरीक्षक मनोज रावत
- SI अजय कृष्णा
- उप निरीक्षक अंजना चौहान
- अपर उप निरीक्षक इरशाद मालिक
- ASI रणजीत चौहान
- HCP मनमोहन सिंह
- HC बृजमोहन
- हेड कॉन्स० शेर सिंह
- कॉन्स० राजेंद्र नेगी
- कांस्टेबल श्वेता
- कॉन्स० राहुल देव
- कॉन्स० रमेश
- कांस्टेबल सुशील
- कांस्टेबल कृष्ण भारद्वाज
- कांस्टेबल सौरभ रावत
CIU हरिद्वार
- Insp दिगपाल कोहली
- कॉन्स० वसीम (एस ओ जी)
- कांस विवेक यादव(SOG)
प्राइवेट टीम SPO
- लक्ष्मण
- विपुल
- अर्जुन
- ग्राम प्रधान गाजीवाली देवेंद्र नेगी