बेधड़क चल रहा था फर्जी अस्पताल,
सामने आई ये सच्चाई तो पैरों तले खिसक गई जमीन, एक मुन्ना भाई गिरफ्तार
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) मंगलौर कोतवाली पुलिस ने फर्जी अस्पताल का भंडाफोड़ किया हैं। फर्जी अस्पताल मानकों को ताक पर रखकर संचालित किया जा रहा था।
लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इस फर्जी अस्पताल की कानों कान खबर तक नहीं हुई। पुलिस ने फर्जी रजिस्ट्रेशन और दस्तावेज तैयार कर फर्जी अस्पताल चलाने वाले संचालक को गिरफ्तार किया हैं। और साथ ही पुलिस आरोपी के खिलाफ विधिक कार्यवाही में जुटी हुई हैं।
बेधड़क चल रहा था फर्जी अस्पताल….
हरिद्वार जिले में फर्जी अस्पतालों का संचालन बेधड़क चल रहा है। फर्जी अस्पताल संचालक पर संबंधित विभाग की मेहरबानी किसी से छुपी नहीं है। फर्जी अस्पतालों को लेकर लगातार हो रही शिकायत के बाद प्रशासन नींद से नहीं जाग रहा है। वही एक ऐसा अस्पताल सामने आया है जो प्रशासन की नजरों में नही था।
देहरादून निवासी शिकायतकर्ता विपिन कुमार ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया था कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में डॉक्टर पूर्णिमा कुमारी के नाम पर फर्जी रजिस्ट्रेशन कराकर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर जीवन धारा अस्पताल खोला गया हैं।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने एसपी देहात एसके सिंह और सीओ मंगलौर के पर्यवेक्षण पर मंगलौर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को टीम में शामिल करते हुए टीम का गठन किया था।
पुलिस टीम ने जांच का दायरा बढ़ाया तो सामने आया कि फर्जी जीवन धारा अस्पताल में किसी मरीज द्वारा अपना इलाज कराया गया था इलाज का इंश्योरेंस लेने के लिए संबंधित डॉक्टर से इंश्योरेंस कंपनी द्वारा संपर्क किया गया। तो डॉक्टर पूर्णिमा कुमारी के नाम पर फर्जी रजिस्ट्रेशन कर अस्पताल का खुलासा हुआ।
जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की धर पकड़ के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने एक मुन्ना भाई को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम नाजिम अंसारी निवासी मलकपुरा कोतवाली मंगलौर बताया। पुलिस आरोपी के खिलाफ विधिक कार्यवाही में जुटी हुई हैं। पुलिस टीम में मनोज कठैत, कांस्टेबल देवेंद्र शामिल रहे।