बच्चों की चाहत में मानसिक संतुलन खो बैठी “तलाकशुदा मां”
नहर में लगाई छलांग, जलवीर मोनू ने बचाई महिला की जान, जानिए क्या थी वजह?

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) भगवानपुर थाना क्षेत्र की एक महिला ने पति से तलाक होने के बाद अपने दो बच्चों को वापस पाने की चाहत के चलते रुड़की गंगनहर में छलांग लगाकर जीवन लीला समाप्त करने का प्रयास किया।
लेकिन गनीमत रही कि जलवीर मोनू ने तप्तता दिखाते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर महिला को सुरक्षित नहर से बाहर निकाल लिया। और साथ ही घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई हैं।
भगवानपुर थाना क्षेत्र निवासी एक महिला की शादी मुस्लिम रीति रिवाज के साथ क्षेत्र के ही एक युवक के साथ हुई थीं। शादी के बाद महिला ने एक बेटा और एक बेटी को जन्म दिया। जिसके बाद पति पत्नी के बीच विवाद हो गया था और दोनों के बीच तलाक हो गया। बताया जा रहा है कि तलाक होने के बाद लंबे समय से महिला के दोनों बच्चे उसके पति के पास रह रहे हैं। और महिला बच्चों को वापस लेने की कोशिश कर रही थी।
लेकिन बच्चों की चाहत से चलते तलाकशुदा महिला ने शुक्रवार की सुबह रुड़की गंगनहर में छलांग लगा दी। महिला को डूबता देख मौके पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई।

इसी दौरान जाबांज जलवीर मोनू ने अपनी जान की बाजी लगाकर नगर में डूब रही महिला को सुरक्षित नहर से बाहर निकाल लिया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची ने महिला के परिजनों को बुलवाकर उसको परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
“अपनी जान जोखिम में डालकर सैकड़ों लोगों की जाने बचा चुका है जलवीर मोनू”
रुड़की निवासी जलवीर मोनू बिना भेदभाव और बिना जान पहचान के लोगों की मदद के लिए अक्सर अपनी जान जोखिम में डालकर सैकड़ों लोगों की जान बचा चुका हैं। जब भी जलवीर मोनू को कोई भी नहर में डूबता दिखाई देखता हैं तो वह बिना सोचे समझे चंद सैकड़ों में नहर में छलांग लगा देता है। लेकिन आज तक राज्य सरकार या प्रशासन की ओर से जाबांज जलवीर मोनू की कोई आर्थिक सहायता नहीं की गई। लेकिन फिर भी जलवीर मोनू निस्वार्थ सेवा भाव से लोगों की मदद के लिए आगे आ रहा हैं।