दरगाह प्रबंधन की नाक के नीचे भ्रष्टाचार: सभासद नाजिम त्यागी की सक्रियता से उजागर हुआ खेल
सवाल? जीरो टॉलरेंस की सरकार में आखिरकार ठेकेदार किसकी मिली भगत से बड़े खेल को दे रहा था अंजाम?

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) “दूध की रखवाली बिल्ली को” ये कहावत कलियर में चल रहे नाले निर्माण कार्यों में आ रही भ्रष्टाचार की “बु” को चरितार्थ करती हैं। क्योंकि कलियर में मिट्टी डाल नाले को ऊपर से ढक दिया गया। और जिसकी खबर महज चंद कदम की दूरी पर मौजूद दरगाह कार्यालय को नहीं हुई।

जबकि पिरान कलियर दरगाह कार्यालय में तैनात दरगाह प्रबंधक को कलियर दरगाहों समेत अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने और उनकी देखरेख का जिम्मा सौंपा जाता हैं। लेकिन दरगाह कार्यालय की नाक के नीचे से हो रहा खेल उस वक्त उजागर हुआ।

जब कलियर नगर पंचायत के सक्रिय सभासद नाजिम त्यागी ने पूरे खेल से पर्दाफाश करते हुए उसकी शिकायत ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की से की थी।जिसके बाद दरगाह कार्यालय में तैनात दरगाह प्रबंधक और ठेकेदार हरकत में आए।

और आनन फानन में नाले के ऊपर बनाई गई पुलिया को ध्वस्त करते हुए उसके अंदर भरी मिट्टी को हटवाया। लेकिन निर्माणाधीन नाले से मिट्टी हटाने के बाद भी कई सवाल खड़े हो रहे।
सवाल? आखिरकार ठेकेदार किसकी मिली भगत से बड़े खेल को दे रहा था अंजाम?

कलियर में जायरीनों और राहगीरो को गंदे पानी और पानी निकासी ना होने के कारण गन्दे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा था। जिसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के निर्देश पर नाले का निर्माण कार्य कराया जा रहा था।

लेकिन जीरो टॉलरेंस की धामी सरकार के होते हुए निर्माण के कुछ दिन बाद ही नाले से भ्रष्टाचार की खबर सामने निकल कर आई। जिस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की आशीष कुमार मिश्रा ने एक्शन लेते हुए नाले के ऊपर बनाई गई पुलिया को ध्वस्त कराते हुए पुनः निर्माण करने के दिशा निर्देश दिए थे।

जिसके बाद दरगाह प्रबंधक और ठेकेदार हरकत में आए थे। और पुलिया को ध्वस्त कर दिया गया।

लेकिन सवाल यही खड़े हो हैं? कि आखिरकार जीरो टॉलरेंस की धामी सरकार के होते हुए ठेकेदार किसकी मिली भगत से नाले निर्माण कार्य में बड़े खेल को अंजाम दे रहा था? वहीं सवाल ये भी हैं कि नाले निर्माण कार्य में आगे क्या उम्मीदें लगाई जा सकती है? क्योंकि नाले निर्माण कार्य में पहले ही भंडाफोड़ हो गया हैं।