651 साल पुराने गांव का नाम बदलने पर विरोध: सलेमपुर गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन….
गांव की प्राचीन पहचान को मिटाना गलत...ग्रामीण

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) हरिद्वार जिले के प्राचीन गांव सलेमपुर का नाम बदले जाने पर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है। जिसको लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट भवन में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है।
ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ग्राम सलेमपुर का नाम बदलकर माता अहिल्या बाई के नाम पर रखने की घोषणा की थी। जिसका वे विरोध कर रहे हैं। ज्ञापन में ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि वे माता अहिल्या बाई के योगदान और उनकी पुण्य स्मृति का सम्मान करते हैं।
हालांकि, उनका मानना है कि यह नाम परिवर्तन उनकी स्थानीय पहचान, सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक नाम से जुड़ी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाता है। जबकि ग्रामीणों ने माता अहिल्या बाई के नाम पर बड़ा महाविद्यालय, अस्पताल, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड का नाम रखने का भी सुझाव दिया हैं।
वहीं उन्होंने ज्ञापन में कहा कि एक छोटे से गांव की प्राचीन पहचान को मिटाना गलत हैं। और साथ ही उन्होंने शीघ्र ही पंचायत की खुली बैठक कराने की मांग की हैं। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक अली, पप्पू पाटिल, राव माजिद, अब्दुल हफीज,राजबीर सिंह, एडवोकेट रिहान, गुलफाम, आरिफ, सुदेश, मोहित समेत अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।