केस दर्ज: रुड़की में ऑक्सीजन खत्म होने और कोरोना मरीजों की मौत के मामले में मजिस्टीयल जांच में सच आया सामने, केस दर्ज
विनय विशाल अस्पताल पर प्रशासन को गलत तथ्य और निगेटिव रिपोर्टिंग प्रस्तुत करने का आरोप...(पढ़िए खबर)

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) रुड़की के विनय विशाल हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म होने और कोरोना मरीजों की मौत के मामले में मजिस्टीयल जांच में सच सामने आ गया हैं।

जांच में सामने आया हैं कि अस्पताल ने प्रशासन को गलत तथ्य और निगेटिव रिपोर्टिंग प्रस्तुत करने का आरोप लगाया हैं। जिसमें पुलिस ने नोडल अधिकारी सी०ई०ए० की तहरीर के आधार पर अस्पताल पर केस दर्ज कर लिया हैं।

हरिद्वार जिले के रुड़की में विनय विशाल अस्पताल को 2021 में कोरोना के समय कोविड सेंटर बनाया गया था। कोविड के लहर के दौरान कोरोना से ग्रस्त कई मरीजों ने अस्पताल में तड़प तड़पकर दम तोड़ दिया था। जिसकी वजह अस्पताल में ऑक्सीजन बताई गई थी।

इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अस्पताल में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से रोगियों की मौत के मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। जिसकी जांच रुड़की मजिस्ट्रेट को सौंपी गई थी।

ऑक्सीजन खत्म होने और कोरोना मरीजों की मौत के मामले में मजिस्टीयल जांच में सच सामने आ गया हैं।

मुख्य चिकित्सा नोडल अधिकारी सी०ई०ए० डॉ० अनिल कुमार ने पुलिस को दी तहरीर देकर बताया कि 5 नवंबर 2021 को विनय विशाल अस्पताल रुड़की में ऑक्सीजन आपूर्ति न होने के कारण कोविड मरीजों की मौत हो जाने के मामले में अस्पताल ने प्रशासन को गलत रिपोर्ट और निगेटिव रिपोर्टिंग की गई।

जिससे सरकार और प्रशासन के बीच गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई थी। तहरीर में बताया गया कि इस मामले में मजिस्टीयल जांच में गलत तथ्य और निगेटिव रिपोर्टिंग प्रस्तुत की गई। पुलिस ने नोडल अधिकारी सी०ई०ए० की तहरीर के आधार पर अस्पताल पर केस दर्ज कर लिया हैं।