क्लिक👆उत्तराखंड:- (बुरहान राजपूत) आजकल हरिद्वार जिले की चौकी शांतरशाह पर ग्रहण के बादल छाए हुए हैं। ग्रहण भी ऐसा हैं कि एक के बाद एक बड़ी कार्यवाही से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ हैं।
(फाइल फोटो)
चंद दिनों पहले बहादराबाद थाने की चौकी शांतरशाह में तैनात दरोगा पंकज कुमार ने एक मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने के नाम पर पीड़ित से 30 हजार की रिश्वत की डिमांड की थी। साथ ही दरोगा के कहने पर उसके साथी पीआरडी जवान सुरेंद्र कुमार को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए विजलेंस टीम ने रंगो हाथ गिरफ्तार किया था। और उसी समय ही रिश्वतखोर दरोगा विजलेंस टीम को देखकर मौके से फरार हो गया था।
(फाइल फोटो)
शुक्रवार को एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने रिश्वत खोर दरोगा पंकज कुमार को सस्पेंड कर दिया था। लेकिन अब शांतरशाह चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार पर भी कार्यवाही की तलवार लटकती नजर आ रही है।
जगजीतपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर गोपाल ने खुद को बेकसूर बताते हुए उसको फर्जी मामले में जेल भेजने का आरोप लगते हुए कोर्ट में शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। कोर्ट ने उसे विजलेंस जाने को कहा था।
विजलेंस की विशेष न्यायाधीश गढ़वाल क्षेत्र व अपर सत्र न्यायाधीश अंजलि नौनियाल ने तत्कालीन जगजीतपुर चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार सहित छः पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए है। कोर्ट ने पिछले दिनों रिश्वत लेते हुए जगजीतपुर चौकी से टैप हुए सिपाही पप्पू कश्यप को नामजद करने के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते एक बार फिर से हरिद्वार पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। या फिर ये कहा जाए। खासकर शांतरशाह चौकी के सितारे गर्दिश में चल रहे है।