
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) मुसलमानो के चौथे खलीफा हजरत अली अलैहिस्सलाम की यौम ए पैदाइश के मौके पर बढ़ेडी राजपूतान में महफ़िल ए मौला अली सजाई गई।
इस दौरान अली-अली की सदाओं के नारों से महफिल गूंज उठी। इस दौरान महफिल में बाहर से कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश किए। वहीं महफिल में देश की तरक्की खुशहाली की दुआएं मांगी गई।
मुसलमानों के खलीफा और आखिरी नबी हजरत मोहम्मद मुस्तफ (स.) के जा नशीन मौला ए कायनात हजरत अली (अ.स) के विलादत के मौके पर महफिल आयोजित की गई। महफिल की शुरुआत कुरआन की तिलावत से की गई। महफिल में सैय्यद शादाब खुशतर और राव फरमान उर्फ भूरा ने मौला अली की विलादत पर उनकी शान बयां की और हदीस की रोशनी पर उनके जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं बाहर से आए कव्वालों ने मौला अली की शान में सूफियाना कलाम पेश किए।
सूफियाना कलाम सुनकर मौके पर पहुंचे मौला अली चाहने वाले अकीदतमंद झूम उठे। और जमकर महफिल का लुप्त उठाया। सैय्यद वासिफ हुसैन फरीदी ने बताया कि चांद की 13 रजब को मौला अली की विलादत को मनाया जाता है। मौला अली विलदात के मौके पर मोमिनों ने उनकी याद में घरों में फातिहा कराई और महफिलें सजाई गई। इस दौरान देश में अमानो अमान और तरक्की खुशहाली की दुआएं मांगी गई। इस दौरान सैय्यद वासिफ हुसैन फरीदी, सैय्यद शादाब खुशतर, सैय्यद जैद मियां, राव अबरार, राव परेवज, राव फरमान उर्फ भूरा, अनीश पधान, राव फरमान, राव चाहत, राव दिलशाद, राव उस्मान समेत अन्य सैकड़ों अकीदतमंद मौजूद रहे।