मदरसों में पढ़ाए जाएंगे श्री राम के किरदार… वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स”””राम जी का किरदार नबियों वाला…. वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स””अंदरूनी तौर पर सूफियों व उलमाओ ने की बयान की कड़ी निंदा
अंदरूनी तौर पर सूफियों व उलमाओ ने की बयान की कड़ी निंदा
क्लिकउत्तराखंड:-(ब्यूरो) 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कलियर में दरगाह साबिर पाक कार्यालय पर झंडा फहराया गया
इस दौरान वक़्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स, रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दिवेश शाशनी और वक़्फ़ बोर्ड सीईओ सैय्यद सिराज उस्मान ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया।
(मीडिया से बातचीत करते वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शम्स)
ध्वजारोहण के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान वक़्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि सूफी संतों की दरगाहो से मोहब्बत, इंसानियत और आपसी भाईचारे का संदेश दिया जाता है।उन्होंने कहा कि श्री राम जी को अल्लामा इकबाल साहब ने इमामे हिन्द कहा है और हम जब उन्हें पढेंगे तो तभी हम श्री राम जी को समझेंगे।
शादाब शम्स ने बताया कि उन्होंने उलेमाओं से वार्ता की है उलेमाओं ने उन्हें बताया है कि श्री राम जी का किरदार नबियों वाला है। और ऐसे बड़े किरदार को समझने के लिए उन्हें पढ़ना होगा।
(फाइल फोटो)
और साथ ही अध्यक्ष शम्स ने कहा कि मैं समझता हूँ कि मदरसों में मोहम्मद साहब व साहबाओ को पढ़ने के साथ साथ श्री राम जी को भी बच्चों को पढ़ाया जाए। जिससे बच्चे श्री राम के किरदार को पढ़े।
(फाइल फोटो)
उनके इस बयान को लेकर उलेमाओ की कड़ी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। उलेमाओं और सुफियो का कहना है। हर किसी का अपना अलग किरदार होता है। श्री राम की तुलना नबियों से करना गलत है। उन्होंने वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें बयान बाजी से बचने की नसीहत दी। अपनी बयानबाजी को लेकर इससे पहले भी उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स सुर्खियों में आए थे। तब उनके बयान को लेकर लोगो ने कडी आलोचना की थी।