ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा: प्रेमिका ने ही साथियों के साथ मिलकर उतारा था आशिक को मौत के घाट
गला दबाकर की हत्या, फिर लाश को गंगनहर में धकेला, प्रेमिका और उसका साथी गिरफ्तार, दो अब भी फरार....(देखिए वीडियो)

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो)
रुड़की गंगनहर कोतवाली पुलिस ने गुमशुदा हुए प्रेमी की मौत से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने हत्या में शामिल प्रेमिका और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया हैं।

जबकि 2 हत्यारोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। वही आईजी गढ़वाल रेंज ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस को दस हजार और एसएसपी हरिद्वार ने 2500 का ईमान देने की घोषणा की हैं।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने गंगनहर कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 13 अगस्त को चंद्रपुरी राणा चौक निवासी एक व्यक्ति ने अपने बेटे दीपक रावत के गायब होने की शिकायत पुलिस को करते हुए उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
जिसमें बताया गया था कि उसका बेटा 10 अगस्त की देर शाम को मोटर साइकिल लेकर घर से निकला था। लेकिन घर वापिस नहीं लौटा और उसका मोबाइल फोन भी बंद हैं। पुलिस ने जब पड़ताल की तो राज खुल कर सामने आ गया कि युवक का मकतूलपुरी निवासी एक किशोरी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसके कारण किशोरी दीपक से शादी करना चाहती थी। परन्तु दीपक के परिजनों ने दोनों की उम्र कम होने की वजह से रिश्ते के लिए मना कर दिया।
यहां से रची गई थी हत्या की पटकथा…..
पुलिस ने मुताबिक जब किशोरी ने दीपक से दूरी बनानी शुरु कर दी, तो इसी बीच उसकी दोस्ती गाजियाबाद निवासी राजा शर्मा उर्फ सुखवेंदर से हो गई। और किशोरी ने पूरा कहानी राजा शर्मा को बताई। तो राजा शर्मा उर्फ सुखवेंदर ने अपने दोस्त के साथ मिलकर दीपक रावत को ठिकाने लगाने का जाल बिछाया।

और प्लान के मुताबिक किशोरी प्रेमिका ने अपने प्रेमी दीपक रावत को अपनी मौसी के घर गाजियाबाद छोड़ने के लिए कहा तो दीपक रावत ने युवती को बाइक पर बैठकर मोदीनगर गाजियाबाद ले गया। जहां पर कातिल प्रेमिका ने अपने साथियों के प्लान के अनुसार दीपक रावत को नहर किनारे ले गए जहां पर उन्होंने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।

पुलिस ने हत्यारोपियों की निशानदेही पर मृतक दीपक रावत का शव नहर से बाहर निकलवाया। और शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।
और साथ ही पुलिस ने किशोरी प्रेमिका और उसके साथी मोहसिन निवासी मोदीनगर गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान अन्य 2 हत्यारोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर से जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस दबिश दे रही हैं।
वही आईजी गढ़वाल रेंज ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस को दस हजार और एसएसपी हरिद्वार ने 2500 का ईमान देने की घोषणा की हैं। पुलिस टीम में सीओ नरेंद्र पंत, गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आर०के० सकलानी, एसएसआईं अजय शाह, उप निरीक्षक नवीन कुमार, मुनव्वर हुसैन, पंकज कुमार, प्रवीण बिष्ट महिला उप निरीक्षक करुणा रौकली, ललिता, हेड कांस्टेबल इसरार, महिला हेड कांस्टेबल बबीता, कांस्टेबल अर्जुन चौहान, अजयवीर, अमित सोलंकी, प्रभाकर, चेतन सिंह, मनमोहन सैनी, लाल सिंह, चमन मौजूद रहे।