चर्चित शांतरशाह प्रकरण: आरोपी भीम आर्मी का नेता होगा जिला बदर, कोर्ट से नोटिस जारी
गैंगरेप पीड़िता की मां से लाखों रुपए ऐंठने का लगा चुका हैं आरोप....

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) चर्चित शांतरशाह के प्रकरण में गैंगरेप पीड़िता की मां से लाखों की रकम हड़प लेने वाले भीम आर्मी का पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और नेता आरोपी नीरज पर पुलिस ने और शिकंजा कस दिया है।

पुलिस ने गुंडा अधिनियम में उसे निरुद्ध करते हुए जिला बदर करने की तैयारी कर दी है। इसके लिए पुलिस ने मजिस्ट्रेट से अनुमति मांगी गई है।

एडीएम की कोर्ट से आरोपी को नोटिस जारी किया गया है। एक अप्रैल को आरोपी को कोर्ट में पेश होकर या फिर अपना पक्ष रखने के लिए समय दिया है।
क्या था शांतरशाह बहुचर्चित किशोरी प्रकरण….

बहादराबाद थाना क्षेत्र के शांतरशाह गांव में करीब 9 माह पूर्व एक किशोरी के साथ गैंगरेप कर उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की चिंगारी से प्रदेशभर में उबाल आ गया था। और साथ ही प्रदेश सरकार की किरकिरी हुई थी। जिसमे प्रदेश सरकार की ओर से पीड़िता की मां को अनुदान राशि दी गई थी।

वहीं इसी प्रकरण से जुड़ी मुख्य शिकायकर्ता पीड़िता की मां विमलेश ने पुलिस को लिखित में शिकायत करते हुए बताया था कि उसकी पुत्री की हत्या कर दी गई थी। जिसमे सरकार की तरफ से 8 लाख 11 हजार रुपए की अनुदान राशि दी गई थीं। अनुदान राशि मिलने के बाद कुछ लोगों ने उस पैसे पर नियत रखी हुई थी। जिसमे नीरज निवासी बहादरपुर सैनी ने पीड़िता को विश्वास में लेकर बहला फुसलाकर दो किश्तों में तीन लाख 20 हजार रुपए ठग लिए थे। और कहा कि मै तुम्हारी बेटी के कातिलों को सजा कराऊंगा।

वहीं महिला ने आरोप लगाया था जब उसने उससे वापस पैसे मांगे तो पीड़िता को डरा धमका गया। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर नीरज निवासी बहादरपुर सैनी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।

वहीं पुलिस ने आरोपी भीम आर्मी नेता नीरज कुमार पर शिकंजा कसते हुए उस पर गुण्डा एक्ट की कार्यवाही की हैं। इसके साथ ही पुलिस ने मजिस्ट्रेट से अनुमति मांगी गई है। एडीएम की कोर्ट से आरोपी को नोटिस जारी किया गया है। और 21 दिनों के भीतर आरोपी को कोर्ट में पेश होकर या फिर अपना पक्ष रखने के लिए समय दिया है।
आरोपी पूर्व में भीम आर्मी पार्टी का रहे चुका हैं विधानसभा अध्यक्ष… आपको बता दे कि आरोपी नीरज कुमार पूर्व में भीम आर्मी पार्टी से विधानसभा अध्यक्ष रहे चुका हैं। और पार्टी गतिविधियों के चलते पार्टी ने उसे बाहर का रास्ता दिखाते हुए निष्कासित किया था।