हरीश रावत लगा रहे ऐड़ी-चोटी का जोर, लेकिन कांग्रेस के कुछ विधायक ही चुनाव प्रचार में साबित हो रहे फिसड्डी
ना केंद्र के बड़े नेताओं का मिल रहा साथ, और साथ ही प्रदेश में भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओ का टोटा
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी शंखनाद बज चुका है। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर सभी पार्टियों ने अपने अपने प्रत्याशी घोषित भी कर दिए है। और प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है। लेकिन कांग्रेस, बसपा समेत अन्य राजनीतिक दल सत्ताधारी भाजपा के मुकाबले चुनाव प्रचार के लिहाज से पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं।
भाजपा के अलावा किसी ओर दल ने अभी तक अपने प्रमुख स्टार प्रचारक नेताओं के चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं किए हैं। वही यही हाल कांग्रेस का हैं।
प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस अभी तक अपने प्रमुख स्टार प्रचारको की लिस्ट तैयार नही कर पाई है। और साथ ही प्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेताओं का टोटा दिखाई पड़ रहा है। प्रदेश के बड़े नेता अपने अपने चुनाव प्रचार में लगे पड़े हैं जिनको एक दूसरे की कोई सुध तक नहीं है।
अगर बात की जाए हरिद्वार लोकसभा सीट की तो यहां पर भी हाल बेहाल है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने पुत्र लोकसभा प्रत्याशी विरेंद्र सिंह रावत के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लग रहे हैं। और दिन रात एक करके भीड़ जुटाने का प्रयास कर रहे हैं।
लेकिन वही हरिद्वार में कांग्रेस के कुछ विधायक भी प्रचार प्रसार में फिसड्डी साबित हो रहे है। ओर कोई दिलचस्पी लेते दिखाई नही दे रहे है । मानो जैसे उन्होंने चुनावी प्रचार से दूरी सी बना ली हो। भले ही पिरान कलियर में चुनावी कार्यालय खोलने में कल यानी मंगलवार की तारीख निर्धारित की गई हो। लेकिन कांग्रेस की अंदरूनी कलह बाहर निकलकर सामने आ रही हैं।
वही कुछ कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली है। वही इस समय ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर और ममता राकेश उनके कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने में जुटे हैं। और भीड़ जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन केंद्र में बैठे प्रमुख स्टार प्रचारको की लिस्ट जारी नही की गई है। जिससे यही अनुमान लगाया जा रहा हैं कि इस बार कांग्रेस का प्रचार प्रसार फीका पड़ने वाला हैं।