ईद-उल-अजहा की नमाज: ईदगाह और मस्जिदों मे अदा की गई ईद-उल-अजहा की नमाज, देश की सलामती की मांगी गई दुआएं, मौलानाओं ने बयां की कुर्बानी की फजीलत……
मौलानाओं ने बयां की कुर्बानी की फजीलत......

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) ईद-उल-अजहा (बकरीद) सादगी और सहजता के साथ मनाई जा रही है। ईदगाह सहित अन्य स्थलों पर नमाज पढ़ी गई हैं। जहां पर देश की तरक्की और खुशहाली की दुआएं मांगी गई।
वहीं सुरक्षा की दृष्टि से प्रदेश की मस्जिदों और ईदगाहों के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया था। और साथ असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी गई।
हरिद्वार जिले के बढ़ेडी राजपूतान में मौलाना सुबहान और मौलाना अरशद ने बयान करते हुए बताया कि जिन पर कुर्बानी वाजिब है वे पूरी खुशी से बेहतर जानवरों की कुर्बानी करें। कुर्बानी के गोश्त में अपना, अपने घर वालों, दोस्तों और जरूरतमंदों का हिस्सा लगाएं।
और साथ ही उन्होंने कहा कि देशभर में जिन जानवरों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। उनकी कुर्बानी नहीं करनी चाहिए। कानून और शरीयत का पालन अवश्य करें। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कुर्बानी के जानवरों की पोस्ट शेयर करने से बचें।
वहीं उन्होंने कहा कि कुर्बानी के जानवरों के अवशेषों को गढ्ढों में दबा देना चाहिए। किसी भी मजहब को लेकर अनावश्यक टिप्पणी ना करें। ईद उल अजहा के त्यौहार को सादगी सहजता और मिलजुल मनाएं। इस दौरान उन्होंने मुल्क की सलामती की दुआ के साथ इंसाफ कायम और बीमारों की शिफा के लिए दुआ की गई।