
क्लिक👆उत्तराखंड:-( बुरहान राजपुत) एसएसपी हरिद्वार के कड़े निर्देश के बाद हरिद्वार पुलिस एक्शन में आ गई है। श्यामपुर पुलिस टीम ने नशे की बड़ी खेप पकड़ी है। इस खेप के साथ पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों के कब्जे से एक किलो चरस, लैपटॉप, 3 एप्पल मोबाइल फोन, नगदी समेत तस्करी के लिए प्रयुक्त कार i20 के साथ गिरफ्तार किया हैं।
“नशामुक्त देवभूमि मिशन 2025” को सफल बनाकर नशा तस्करी में लगाम लगाने एवं नशा तस्करों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोभाल द्वारा लगातार थाना प्रभारियों को कभी नरम तो कभी गरम मिजाज में आवश्यक दिशा-निर्देश देने के साथ-साथ मोटिवेट किया जा रहा है। इस मोटिवेशनल थ्योरी और डाइरेक्ट सुपरविजन के चलते हरिद्वार पुलिस बाखूबी नशा तस्करों को बड़ी जेल की ओर रवाना कर रही है। इसी कड़ी में श्यामपुर पुलिस की अलग अलग टीमों ने विभिन्न स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाया। चौकी चंडी घाट पर चेकिंग के दौरान नजीबाबाद की तरफ से हरिद्वार की ओर आ रही एक सफेद रंग की i20 कार अचानक पुलिस को देखकर चिला की तरफ भागने लगी। संदेह के आधार पर पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए थोड़े ही दूर पर कार को बैरियर गाड़ी के आगे लगा दिया। जिस कारण कार चालक को मजबूरन कार रोकनी पड़ी। कड़ी पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि तीनो युवक छात्र हैं और तीनों तस्कर चरस को हल्द्वानी से खरीद कर लाए थे और देहरादून के एक नामी कॉलेज में छात्रों को बेचने के लिए जा रहे थे।
हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने बताया कि नशा तस्करी रोकने को हम लगातार प्रयासरत हैं, जिसके रिजल्ट भी आ रहे हैं, जनता के सहयोग से कामयाबी की राह खुलेगी। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम अर्जुन मनारिया, निवासी H.N.02 छोटा भारूवाला, अक्षत रावत निवासी विकासनगर देहरादून, तरुण बिष्ट निवासी शक्ति फार्म सितारगंज उधमसिंहनगर बताया। गिरफ्त में आए ने बताया कि उसका अर्जुन का मर्चेंट नेवी में सलेक्शन हुआ था। केवल कॉल लेटर आना बाकी था। और साथ ही दोनो साथी बीबीए और बीसीए के सेकेंड ईयर के छात्र हैं। पुलिस ने तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, चंडीघाट चौकी प्रभारी अशोक रावत, कॉन्स्टेबल तेजेंद्र सिंह शामिल रहे।