उत्तराखंड में बढ़ती दुर्घटनाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने तलब की रिपोर्ट
15 दिनों के भीतर देनी होगी रिपोर्ट, कमेटी ने शासन से किए सवाल
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) देहरादून ओएनजीसी
चौक पर हुए हादसे में छह छात्रों की मौत और अल्मोड़ा बस हादसे में 38 लोगों की दर्दनाक मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी मानीटरिंग कमेटी ने मामले का संज्ञान लेते हुए शासन से कुछ सवाल किए हैं।
वही हादसे से छात्रों के परिवार अभी पूरी तरह उभर नहीं पाए हैं। कमेटी की ओर हादसे के बाद शासन के स्तर से क्या कदम उठाए गए। इस हादसे के पीछे क्या वजह रही। कई बिंदुओं पर शासन से रिपोर्ट तलब की है।
प्रदेश में नवंबर माह में हुए हादसों ने देवभूमि समेत पूरे देश भर को हिलाकर रख दिया। वही बीते दिनों ओएनजीसी चौक पर इनोवा कार हादसे में छह छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई थी। और अल्मोड़ा में 38 लोगों की बस पलटने से दर्दनाक मौत हो गई थी।
इस हादसे का संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी मानीटरिंग कमेटी ने लिया है। कमेटी ने शासन से इस पर जवाब मांगा है। पूछा गया है कि आखिर हादसे के बाद शासन के स्तर से क्या कदम उठाए गए। इस हादसे के पीछे क्या वजह रही।
ऐसे तमाम बिंदुओं पर कमेटी ने शासन से रिपोर्ट मांगी है। शासन ने परिवहन विभाग को बिंदुवार रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट कमेटी आन रोड सेफ्टी के सचिव संजय मित्तल ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को पत्र भेजकर दुर्घटनाओं के सभी कारणों व दुर्घटना नियंत्रण को उठाए गए कदमों की विस्तृत रिपोर्ट 15 दिसंबर तक उपलब्ध कराने को कहा है। आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। घटना के पीछे के कारणों की पड़ताल करने के साथ ही सुझावों को भी रिपोर्ट में शामिल किया जा रहा है। ताकि, शहर में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर तक रिपोर्ट भेजनी है। उधर, घटना की जांच हरियाणा का जेपी इंस्टीट्यूट भी कर रहा है। वह बेहद वैज्ञानिक तरीके से जांच कर रिपोर्ट तैयार कर रहा है। विशेषज्ञ रिपोर्ट के सामने आने के बाद घटना के कारणों का पता लगाया जा सकेगा। गत बुधवार को टीम मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त वाहन की जांच की।
प्रदेशभर में पुलिस की ओर से चलाया जा रहा हैं ड्रिंक और ड्राइव अभियान…
हादसों से सबक लेते हुए उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड पर हैं। डीजीपी अभिनव कुमार के निर्देश पर पुलिस शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों को सबक सिखा रही है। वही पुलिस की ओर से नियम तोड़ने वाले के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही हैं। इसके साथ ही पुलिस टीम देर रात तक प्रदेशभर में अभियान चला रही हैं।