उवेश हत्याकांड: गौकशी का राज और बदनामी का बदला लेने के लिए की गई थी किशोर उवेश की हत्या
करीब एक हफ्ते पहले गन्ने के खेत से मिला था किशोर का शव, दूसरा किशोर ही निकला हत्यारोपी
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) एक सप्ताह पहले पिरान कलियर थाना क्षेत्र के जंगल से मिले किशोर उवेश हत्याकांड का पुलिस ने खुलास कर दिया हैं।
खुलासे में पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए हत्यारोपी एक किशोर को गिरफ्तार किया हैं। किशोर की हत्या गौकशी का राज और बदनामी का बदला लेने के लिए की गई थी।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मामले का पर्दाफाश करते हुए बताया कि बीते दिनों 25 अक्टूबर को पिरान कलियर थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने अपने बेटे नाबालिग बेटे के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा दर्ज होने के बाद अगले दिन किशोर उवेश का शव का गन्ने के खेत से क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा काटते हुए पुलिस प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
फोरेंसिक टीम और फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष कलियर द्वारा शव की शिनाख्त गायब हुए बालक के तौर पर की। पंचायतनामा की कार्यवाही करते हुए भौतिक तथा वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र किए गए। प्रथम दृष्ट्या गला दबाकर हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा था।
खेत में मिला था लापता किशोर का शव…
गुरुवार को ग्राम बेलडा निवासी ग्रामीण द्वारा सूचना दी गई कि उनके गन्ने के खेत में एक किशोर का शव पड़ा हुआ है।13 वर्षीय किशोर की निर्मम हत्या के बारे में थानाध्यक्ष कलियर के माध्यम से सूचना मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह व सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत के पर्यवेक्षण में टीमें गठित कर मृतक को जल्द न्याय दिलाने के कड़े निर्देश दिए थे,उच्च अधिकारियों के निर्देश पर अलग अलग टीमों का गठन किया गया और मामले को गाभीरता लेते से हुए सीसीटीवी कैमरे और बारीकी से घटनास्थल का निरीक्षण कर आरोपी के गिरेबान तक पुलिस पहुंची।
आमजन में पनप रहा था गहरा रोष…
किशोर की हत्या के चलते परिजनों तथा स्थानीय ग्रामीणों में गहरा रोष उत्पन्न हो गया था तथा आमजन अपराधी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे, जिसके चलते पुलिस के सामने बड़ी चुनौती सामने आई। पुलिस ने चुनौती स्वीकार करते हुए मामले का पर्दाफाश कर दिया।
पूछताछ में खुली वारदात की परतें…
घटना के दिन हत्यारोपी खेत से पत्ती(चारा) काट बाहर चक रोड पर आया तो उसे वहां पर मृतक बालक उवेश मिला। आरोपी ने उवेश को बताया कि अन्दर किसी चरवाहे की बकरी है। अगर कोई चरवाह ढुंढते हुये आया तो बकरी उसे दे देंगे वरना अपने घर ले जायेंगें। आरोपी की बातों में आकर उवैश साथ में खेत की ओर चल दिया। दोनों होटल व्यू कैनाल वाली कच्ची सडक से अन्दर गये तो एक दो खेत छोडकर गन्ने का खेत शुरु हो गया।
जहां आरोपी ने खाली जगह देख अपने पायजामे का नाडा (डोरी) पीछे से उवेश के गले में डाल दिया व उसका गला दबा दिया। खिंचतान में उवैश के बेहोश होकर नीचे गिरने पर आरोपी ने मृतक के लोअर का भी नाडा निकाला व दोनों को लपेटकर दुबारा उसका गला दबा कर कस दिया, फिर पास के ट्यूबैल से लायी गई ईंट के वार कर चेहरा कुचल दिया था। इसके बाद आरोपी मृतक के शव को घसीट कर गन्ने के खेत में छोड आया और ट्यूबैल पर हाथ पैर धोकर वहां से निकल गया।
ये थी मासूम की हत्या की वजह…
हत्यारोपी एक व्यक्ति (वांछित अभियुक्त) के साथ गौकशी में हाथ बंटाता था और गौमांस इधर-उधर बांधने में मदद करता था, जिसके एवज में उसे नगद रुपए मिलता थे।कुछ दिन उवैश ने आरोपी को यह काम करते हुये देख लिया और इस बारे में अपने घर एवं आसपास के लोगों को बता दिया। इस बदनामी से नाराज हत्यारोपी ने उवैश को जान से मारने की ठान ली।
घटना की तस्वीर साफ होना पर थाना कलियर पुलिस ने घटनास्थल का क्राइम सीन रीक्रिएट करवाया गया तथा बाल अपचारी की निशांदेही पर चैहरे पर मारी गई ईंट गन्ने के खेत से ही बरामद की। मामले में अन्य धाराओं की बढ़ोत्तरी की गई। पुलिस ने हत्यारोपी किशोर को विधिक कार्यवाही के बाद किशोर को न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया हैं।
बरामदगी
- घटना में प्रयुक्त ईंट
- घटना में प्रयुक्त नाड़े का लोअर