मैडम साहिबा की नजरों में कांटे की तरह चुभते थे नगर पंचायत ईओ भगवंत सिंह बिष्ट
सत्ता के नशे में चूर होकर "भाईजान" से करा दी शिकायत, दिवाली से पहले ही कलियर ईओ को चढ़वाया दिया "पहाड़"
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) “सत्ता का नशा जब चढ़ता हैं वो सर चढ़कर बोलता हैं” ये बात पिरान कलियर में बिल्कुल सटीक साबित हुई। अंदरूनी तौर पर कलियर नगर पंचायत ईओ भगवंत सिंह बिष्ट से खफा मैडम साहिबा ने अपने भाईजान से उनकी शिकायत कर दी।
और शिकायत को सुनते ही भाईजान भी आग बबूला हो गए। प्रदेश की राजनीति में ऊंचे पद पर बैठे भाईजान ने भी ईओ की शिकायत विभागीय अधिकारीयों को करते हुए उनका ट्रांसफर करा दिया।
ट्रांसफर की खबर सुनते ही मैडम साहिबा और उनके चेले बहुत खुश हैं, और खुश भी क्यों ना हो, भाईजान ने भाई का प्रण निभाते हुए अपनी बहन को दिवाली का गिफ्ट तोहफे में दिया हैं।
मैडम साहिबा की नजरों में कांटे की तरह चुभते थे कलियर नगर पंचायत ईओ भगवंत सिंह बिष्ट…
दरगाह साबिर पाक के सालाना उर्स के दौरान से ही नगर पंचायत ईओ भगवंत सिंह बिष्ट मैडम साहिबा की आंखों में चुभने शुरू हो गए थे, क्योंकि आला अधिकारियों द्वारा उर्स/मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए मौखिक तौर पर कलियर ईओ को जिम्मेदारी सौंपी थी।
और साथ मिलकर उर्स/ मेले को सकुशल संपन्न कराने के निर्देश दिए थे, अधिकारियों के निर्देश का पालन करते हुए नगर पंचायत ईओ ने दिन रात एक करके अपनी टीम के साथ दरगाह साबिर पाक का सालाना उर्स संपन्न कराया था।
जिसको लेकर मैडम साहिबा की बहुत ज्यादा किरकिरी हुई थी। तब से ही मैडम साहिबा की नजर में नगर ईओ भगवंत सिंह बिष्ट कांटे की तरह चुभने शुरू हो गए थे,
दिवाली से पहले क्यों हुआ कलियर ईओ का तबादला…
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पूर्व आला अधिकारियों के निर्देश पर नगर पंचायत ईओ भगवंत सिंह बिष्ट ने कलियर क्षेत्र से अतिक्रमण हटवाया था, जिसमे मैडम साहिबा के करीबियों को परेशानी हुई थी। और परेशानी होती भी क्यों ना? क्योंकि मैडम साहिबा के करीबियों ने पीपल चौक से लेकर अब्दाल साहब तक अवैध अतिक्रमण कर रखा था।
जिसके कारण मैडम साहिबा और ज्यादा खफा हो गई। और भाईजान से मामले की शिकायत कर दी। वही सूत्रों ने बताया कि जिस भूमि को नगर पंचायत ईओ ने खाली करा था, उसके कारण ही उनकी कलियर ईओ के पद से कुर्सी छीन गई। दिवाली से पहले शासन ने कलियर नगर पंचायत ईओ भगवंत सिंह बिष्ट का तबादला कर उनको अल्मोड़ा भेज दिया।