“बढ़ेडी राजपूतान” की सड़कें खुद ही “बयां” कर रही बदहाली की “दास्तां”
अफसरों की लापरवाही राहगीरों को दे रही हैं जख्म, जिम्मेदार कौन?
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) हरिद्वार जिले के एक गांव में सरकारी तंत्र बिल्कुल फेल साबित हो रहा है। क्योंकि सालो से गांव की उखाड़ी गई सड़को को आजतक दुरुस्त नही किया गया है।
इसके अलावा राहगीरों को अपनी जान जोखिम में डालकर वहां से गुजरने के लिए विवश होना पड़ रहा हैं। वही कुछ राहगीर पाइप लाइन के लिए खोदी गई सड़क के गहरे गड्ढे में गिरने के कारण चोटिल हो रहे हैं। सरकारी अफसरों की लापरवाही राहगीरों और ग्रामीणों को भुगतनी पड़ रही हैं।
हरिद्वार जिले के गांव बढ़ेडी राजपूतान में करोड़ों रुपए की लगात से “हर घर जल” के तहत एक ओवर टैंक और गांव में पाइप लाइन का जाल बिछाया गया था। जिसके लिए गांव में सड़को को खोदा गया था।
पाइप लाइन बिछाने के बाद भी करीब साल भर से सड़को को आजतक दुरुस्त नही किया गया है। जिसके कारण राहगीरों और ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अफसरों की लापरवाही के चलते राहगीर गहरे गड्ढे में गिरने के कारण चोटिल हो रहे हैं। इसके बावजूद भी विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
जबकि बढ़ेडी राजपूतान और मुलदासपुर उर्फ माजरा के लिंक मार्ग के हालात बदतर हैं। क्षतिग्रस्त सड़कों पर पानी जमा होने के कारण कीचड़ फैला हुआ है। जिसके कारण आने जाने वाले राहगीरों को करीब एक किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता घूमकर आने को विवश होना पड़ रहा हैं।
जबकि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी ओवर टैंक सफेद हाथी साबित हो रहा है। ओवर टैंक का निर्माण पूरा होने के बाद भी ग्रामीणों के घरों के अंदर पानी नही पहुंचा हैं। जिसके कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का समाना करना पड़ रहा हैं।
जिम्मेदार कौन?
सवाल ये है कि आखिर गांव में खोदी गई सड़कों के जख्मों को कब तक भरा जाएगा? अगर इन गड्ढों से कोई बड़ा हादसा हो जाता हैं तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? किस अधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित होगी?