विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पिरान कलियर को आजतक क्यों नही मिल पाया जल पुलिस का सहारा
हादसों से कब सबक लेंगे पुलिस के आला अधिकारी, पूर्व डीजीपी के दरबार में भी गूंज चुका है जल पुलिस की तैनाती का मामला
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) विश्व विख्यात दरगाह साबिर पाक में करोड़ों लोगों की गहरी आस्था हैं।
(फाइल फोटो)
प्रतिदिन भारी संख्या में अकीदतमंद जायरीन दरगाह में जियारत करने के लिए कलियर शरीफ पहुंचते हैं। जियारत के बाद कलियर शरीफ पहुंचे जायरीन अक्सर घूमने के लिए या फिर स्नान करने के लिए कलियर नई गंगनहर के घाट पर पहुंचते हैं।
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और गंगनहर के तेज बहाव में आकर अकाल मौत के मुंह में समा जाते है। या फिर स्थानीय युवाओं की मदद से उनको बाहर निकाल कर बचा लिया जाता है। लेकिन आजतक इस ओर आला अधिकारियों का ध्यान केंद्रित नहीं हुआ।
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जबकि पिरान कलियर नगर पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने पूर्व डीजीपी अशोक कुमार के दरबार में जल पुलिस की तैनाती का मुद्दा उठा चुके हैं।
(फाइल फोटो)
और साथ पूर्व डीजीपी ने उन्हे जल्द जल पुलिस की तैनाती का आश्वासन दिया था। लेकिन होना क्या था फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। और पूर्व डीजीपी का आश्वासन भी सच साबित नही हुआ।
(फाइल फोटो)
हालांकि इन हादसों से कोई सबक नहीं लिया गया। कलियर पहुंचे सैकड़ों जायरीन परिवार ऐसे हैं जो अपने परिवार का सदस्य खो चुके हैं। या फिर कहा जाए कि उनके परिवार का चिराग इस अकाल मौत के कारण बुझ गया हैं। उर्स मेले के दौरान जल पुलिस की तैनाती की जाती हैं। जबकि नौचंदी जुमेरात समेत प्रतिदिन जायरीनों की भारी भीड़ कलियर पहुंचती हैं। लेकिन जल पुलिस का कोई इंतजाम नहीं किया जाता। सिर्फ अनाउसमेंट और होडिग के सहारे ही जायरीनों को सतर्कता बरतने की नसीहत दी जाती हैं।
(निवर्तमान सभासद नाजिम त्यागी, इस्तेखार अली)
नगर पंचायत पिरान कलियर के निवर्तमान सभासद नाजिम त्यागी और इस्तेखार अली ने बताया कि कलियर में देश के कोने कोने से जायरीन जियारत के लिए कलियर शरीफ पहुंचते हैं।
(फाइल फोटो)
लेकिन गंगनहर के तेज बहाव में आकर डूबने से उनकी मौत हो जाती है। जबकि गंगनहर के आसपास होडिंग और अनाउंसमेंट कर जायरीनों को अवगत कराया जा रहा है। जबकि यह जायरीनों को बचाने का प्रबल उपाय नहीं है।
(फाइल फोटो)
कलियर गंगनहर घाट पर जल पुलिस की तैनाती की जानी चाहिए। और सरकार की ओर से अपनी जान को जोखिम में डालकर जायरीनों की जान बचाने वाले नौजवान युवाओं को प्रोत्साहन राशि देनी चाहिए और जल्द से जल्द जल पुलिस की भी तैनाती की जानी चाहिए।