पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का छलका दर्द, अपने ही छोड़कर हो गए पराए
कांग्रेस का चुनाव प्रचार कार्यालय खोलने के लिए अपनो ने ही मोड़ लिया मुंह........पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक चैनल से बातचीत करते हुए अपना दर्द जाहिर किया है। उन्होंने अपने करीबियों पर ही कई आरोप लगाए हैं।
और साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों की उन्होंने मदद की थी, आज उन्होंने ही मुंह मोड़ लिया है। हरीश रावत ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस का चुनाव प्रचार कार्यालय खुलवाने के लिए कई लोगों से बात की है। लेकिन कोई भी उनकी मदद करने को तैयार नहीं है।
(फाइल फोटो)
पूर्व मुख्य मंत्री हरीश रावत कहते है कि जब उनकी सरकार थी तो उनके हाथ में किसी की भी सहायता करने का दम था और उस वक्त उन्होंने हरिद्वार में कई लोगों और आश्रमों को कई तरह की राहत दी भी थी। लेकिन आज जब उनको मदद की जरूरत है तो सबने हाथ खड़े कर दिए है, जिसे देखकर उन्हें हैरानी होती है।
(फाइल फोटो)
हरीश रावत ने दु:खी मन से कहते है कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है, वो खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन आज जब वो लोगों से छोटी सी मदद मांग रहे है तो उनकी तरफ से उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है।
हालांकि उन्होंने अभी भी उम्मीद नहीं खोई है. उन्हें अपने ऊपर पूरा भरोसा है कि वो कुछ न कुछ व्यवस्था करके हरिद्वार में चुनावी कार्यालय खोल लेगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोग बीजेपी के दबाव में आकर आज उनकी मदद नहीं कर रहे है। जिसके कई मतलब निकाले जा रहे है।
(फाइल फोटो)
क्यूंकि हाल में ही उन्होने होली पर्व के दौरान भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से लोकसभा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ होली और गुजिया पार्टी की थी। जिसको उन्होंने इसे एक शिष्टाचार मुलाकात बताया।
वही दूसरी ओर इसके कई मायने निकाले जा रहे है। कि कही कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से हरिद्वार की जनता के साथ इमोशनल कार्ड तो नही खेला जा रहा है। या फिर यही हकीकत है कि उनके अपनो ने ही चुनाव से पहले बीच रास्ते में उनका साथ छोड़ दिया है। अब ये तो आने वाला समय ही बताएगा। हरीश रावत के बयान में कितनी सच्चाई हैं।