विजिलेंस टीम ने एआरटीओ कार्यालय पर मारा छापा, रिश्वतखोर सिपाही गिरफ्तार
विजिलेंस की कार्यवाही के बाद एआरटीओ कार्यालय और आसपास के विभागों में मचा हड़कंप
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) देवभूमि उत्तराखंड में सरकार की जीरो टायलेश नीति को अपनाते हुए और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए विजिलेंस टीम की कार्रवाई लगातार जारी है।
इसी कड़ी में देहरादून से आई विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रुड़की एआरटीओ कार्यालय पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान टीम ने परिवहन विभाग में तैनात कांस्टेबल नीरज कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद एआरटीओ कार्यालय के बाहर हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, नीरज कुमार के खिलाफ कई दिनों से विजिलेंस को रिश्वत लेने की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों की पुष्टि के बाद विजिलेंस टीम ने योजना बनाकर यह कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान नीरज कुमार को मौके पर ही रिश्वत की रकम लेते हुए पकड़ा गया।
विजिलेंस टीम ने उसके पास से रिश्वत की रकम बरामद की और उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया। टीम ने कार्यालय की तलाशी भी ली, हालांकि तलाशी में कोई अन्य आपत्तिजनक वस्तु या दस्तावेज नहीं मिले। विजिलेंस टीम आरोपी कांस्टेबल नीरज कुमार को हिरासत में लेकर वापस देहरादून लौट गई।
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भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख…..
विजिलेंस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई है। भविष्य में भी ऐसी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद एआरटीओ कार्यालय और आसपास के विभागों में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों और विभागीय कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बन गई यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की सख्ती का संकेत दे रही है।
रिश्वतखोर सिपाही किसके नाम से ले रहा था रिश्वत… विजिलेंस की कार्यवाही के बाद सवाल ये उठ रहे हैं, आखिरकार एआरटीओ कार्यालय में तैनात सिपाही किसके नाम से पैसे वसूल रहा था? और सवाल यह भी हैं, कि एआरटीओ कार्यालय में तैनात अधिकारियों को उसकी करतूत की कानों कान खबर क्यों नहीं हुई? इसके अलावा इस कार्यवाही के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं।