उत्तराखंड

ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र में सड़कों पर बहती विकास की गंगा: “टूटी-फूटी और कीचड़ से सनी सड़को पर स्वागत है नेताजी”, कीचड़, जलभराव और क्षतिग्रस्त सड़कों से खुल रही हैं दावों की पोल

हाल में बनाई गई सड़के भी दे रही जख्म, ज़ख्मों पर मरहम लगाने वाले जनप्रतिनिधि बेखबर, क्या ऐसे होगा विकास?

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क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपूत) नेताजी आपका स्वागत हैं पेश करते है ज्वालापुर विधानसभा की टूटी-फूटी, कीचड़ से सनी व बदहाल सड़कें। इन सड़कों पर हुए गड्ढे तालाब की शक्ल ले चुके हैं। कहीं पर खुदाई तो कही मरम्मत के अभाव में सड़कों का हाल बुरा है।

धनौरी से जस्सावाला की ओर जाने वाली मुख्य मार्ग खस्ताहाल

तो कही पर हाल में ही बनाई गई सड़के ने कमीशनखोरी के चलते अभी से ही दम तोड़ना शुरू कर दिया हैं। गली-मुहल्ले की रोड हो या मुख्य मार्ग सब एक जैसी हैं। बदहाल सड़कें ग्रामीणों को परेशान कर रही हैं। जगह-जगह कीचड़, गड्ढे और जलभराव की स्थिति बनी हुई है। नेताजी आप भी वोट मांगने इन्हीं सड़कों से आए होंगे। तो आइए चुनाव में याद आने वाली इन सड़कों पर आपका स्वागत है।

“जी हां” हम बात कर रहे है विधानसभा ज्वालापुर की। उपनगरी ज्वालापुर विधानसभा का कुछ हिस्सा शहरी तो कुछ हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ा हुआ हैं। शहरों में जलभराव ने जहां शहरवासियों को परेशान कर रखा हैं।

जान जोखिम में डालकर सफर करते राहगीर

वहीं विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में टूटी फूटी और बहदहाल सड़के ग्रामीणों को जख्म दे रही हैं। जिसके कारण ग्रामीण इन गड्ढों में गिरने के बाद चोटिल हो रहे हैं। लेकिन इनके ज़ख्मों पर मरहम लगाने वाले जनप्रतिनिधि बेखबर हैं।

ग्रामीणों की आशाओं पर फिर गया पानी, क्या ऐसे होगा विकास?……

ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर: फाइल फोटो

ज्वालापुर के विधायक इंजी० रवि बहादुर से शहरवासियों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रही जनता को बहुत ज्यादा उपेक्षाएं थी. और चुनावी दौर के दौरान विधायक रवि बहादुर ने जनता के बीच पहुंचकर विकास के बड़े दावे किए थे। और विधानसभा में चहुमुंखी विकास प्राथमिकता के रूप में स्वीकार किया था। जिसके चलते विधायक रवि बहादुर ने ज्वालापुर विधानसभा में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की थी।

खस्ताहाल सड़के बयां करती ज्वालापुर विधानसभा की दास्तां

लेकिन विधायक रवि बहादुर विधानसभा के ग्रामीण इलाकों में अपने वादों पर खरा नहीं उतर रहे हैं। जिसके चलते ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले ग्रामीणों की आशाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है। तो वहीं ग्रामीणों का मोह भी उनसे भंग होता जा रहा हैं।

(फाइल फोटो)

जिसके चलते सवाल खड़ा हो रहा है कि टूटी फूटी सड़कें, कीचड़ और जलभराव की समस्याओं से जनता परेशान हैं क्या यही विकास के मायने हैं?

मुजाहिदपुर से बुग्गावाला समेत कई गांवो को जोड़ने वाला मार्ग

या फिर विधायक इंजी० रवि बहादुर जनता को विश्वास दिला पाएंगे कि क्या विधायक रवि बहादुर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों को फिर से संवार कर रख देंगे? इनकी गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं किया जाएगा। या फिर जनता को विकास के लिए 2027 का इंतजार करना पड़ेगा? इसके अलावा कई अन्य सवाल विधानसभा की फिजाओं में गूंज रहे हैं।

क्या कहते हैं ज्वालापुर विधानसभा के ग्रामीण?

वहीं ज्वालापुर विधानसभा के ग्रामीणों का कहना है कि विधायक रवि बहादुर ने विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से विकास के जो वादे किए थे वह उन पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं। वहीं सड़के खस्ताहाल पड़ी हुई हैं। जिसे लेकर ज्वालापुर विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्र की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में विधायक रवि बहादुर को सबक सिखाने का काम करेगी।

इन गांवों को जोड़ने वाली मुख्य सड़के बयां कर रही अपनी बदहाली की दास्तां….

मुजाहिदपुर, दादूबांस, सतीवाला, तेलपुरा, बुग्गावाला, हजारा ग्रांट, डालूवाला, टांडा, रठौड़ा, लालवाला, कोटा मुरादनगर, जस्सावाला समेत कई गांवो के ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही हैं।

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