पिता की विरासत बचाने के लिए बेटा उतरेगा चुनावी मैदान में
काजी भी अपना किला बचाने के लिए झोंक रहे ताकत, आखिर मंगलौर में किसके सर सजेगा जीत का सेहरा, चुनावी आचार संहिता लागू
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) उत्तराखंड राज्य की दो विधानसभाओं में उप चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। बद्रीनाथ और मंगलौर दोनो विधानसभा सीटों पर 10 जुलाई को मतदान होगा।
वही तारीखों के ऐलान के बाद से मंगलौर की सियासत गरमा गई है। बसपा से विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद खाली हुई मंगलौर विस की सीट को लेकर पिता की विरासत बचाने के लिए बेटा उबेद्दूरहमान अंसारी उर्फ मोंटी चुनावी मैदान में हैं।
वही मंगलौर विधानसभा सीट पर अपना किला बचाने के लिए कांग्रेस के पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन ने भी तैयारियों शुरू कर दी है। लेकिन अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नही की हैं।
गौरतलब हैं कि बसपा के कद्दावर विधायक सरवत करीम अंसारी उत्तराखंड वक्फ बोर्ड में सदस्य भी रहे हैं। उनके आकस्मिक निधन से मंगलौर विधानसभा की सीट खाली हो गई थी।
और साथ ही स्थानीय नेताओ ने उप चुनाव को लेकर मतदाताओं की नब्ज टटोलना शुरू कर दिया था। वही कयास लगाए जा रहे हैं कि विधायक के बेटे उबेद्दूरहमान अंसारी उर्फ मोंटी को उनके पिता के देहांत के बाद सहनुभूति के तौर पर बसपा से टिकट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
और वरिष्ठ कांग्रेसी पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन को कांग्रेस से टिकट मिल सकता हैं। दोनो नेताओ ने उप चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार हैं। और वोटरों को साधने के प्रयास में जुट गए हैं।
वही भाजपा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि हरिद्वार जिले में लोकसभा चुनाव के बाद हटी आचार संहिता विस उप चुनाव को लेकर फिर से लग गई है। लेकिन सवाल अब भी बरकरार हैं कि “आखिर मंगलौर में किसके सर सजेगा जीत का सेहरा”