रतमऊ और रॉ नदी में अवैध खनन करने वाले माफियाओं के सामने सरकारी सिस्टम फेल क्यों,
शांतरशाह चौकी से महज चंद कदम की दूरी पर दोनो नदियों में दर्जनों खनन माफियाओं का झुंड अवैध खनन में जुटा, "सवाल" कार्यवाही क्यों नही
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) बहादराबाद थाना क्षेत्र के रतमऊ और रॉ नदी से अवैध खनन का काला कारोबार धडल्ले से चल रहा हैं। सूरज ढलते ही खनन माफिया बेखौफ होकर पूरी रात तक रतमऊ नदी व रॉ नदी का सीना चीरते हैं।
बड़े पैमाने पर खनन माफियाओ द्वारा अवैध खनन कर राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं। कमाल की बात यह हैं कि दोनो नदियां शांतरशाह चौकी से महज चंद कदम की दूरी पर हैं।
और खनन माफिया अवैध खनन सामग्री से भरे ट्रेक्टर ट्राली को नेशनल हाईवे से उड़ान भरवाते हैं। जबकि नेशनल हाईवे पर गस्त पुलिस का कड़ा पहरा रहता है। इससे दुस्साहस कहा जाए, या फिर हाईटेक पुलिस का खनन माफियाओं के सामने सरेंडर करना कहा जाए,
जी हां पूरा मामला बहादराबाद थाना क्षेत्र के चौकी शांतरशाह का हैं। जहां पर बढ़ेडी राजपूतान के समीप रतमऊ नदी और पतंजलि योग पीठ के निकट रॉ नदी हैं। ये दोनो नदियां शांतरशाह चौकी से महज चंद कदम की दूरी पर हैं। जहां पर सूरज ढलते ही करीब एक दर्जन से अधिक खनन माफियाओ का झुंड बेखौफ होकर ट्रैक्टर ट्राली से बड़े पैमाने पर अवैध खनन कर काले कारोबार से चांदी काट रहे हैं।
रात्रि के समय अवैध खनन के चलते राजस्व विभाग को रोजाना लाखो रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। और साथ ही खनन माफिया का झुंड बेखौफ होकर अपने निजी स्वार्थ के कारण हरिद्वार-दिल्ली नेशनल हाईवे पर चलने वाले राहगीरों की जान को जोखिम में डालकर विपरीत दिशा से अपने वाहनों की उड़ान भरवाते हैं। क्योंकि फिलहाल चारधाम यात्रा अपनी चरम पर है। जिसके कारण किसी बड़े हादसा होने की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता हैं। वही अवैध खनन की गई मिट्टी को आसपास की कॉलोनियो में ठिकाने लगाया जा रहा है। वही स्थानीय पुलिस भी इन खनन माफियाओं के खनन से लदे ट्रैक्टर ट्राली को रोकने में नाकाम दिखाई दे रही है।
(फाइल फोटो)
वही हरिद्वार दिल्ली नेशनल हाईवे पर खनन माफिया ने कुछ दिनो पहले शांतरशाह पुलिस के ऊपर खनन से लदे टैक्टर ट्राली को चढ़ाकर जान से मारने का प्रयास भी किया था जिसमे पुलिस ने कई आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था।
(फाइल फोटो)
लेकिन उसके बावजूद एक बार फिर से बेलगाम खनन माफिया पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। क्योंकि हरिद्वार दिल्ली नेशनल हाईवे पर पुलिस का कड़ा पहरा रहता है। पुलिस हाईवे पर गस्त भी करती रहती है। और खनन माफिया भी दोनो नदियों से खनन कर अपने ट्रेक्टर ट्राली की उड़ान हाईवे से ही भरवाते हैं। जिससे कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
(फाइल फोटो)
हाईवे पर गस्त पुलिस का कड़ा पहरा होने पर भी वहां से खनन से लदे टैक्टर ट्राली गुजरना, उससे खनन माफियाओं का दुस्साहस कहा जाए, या फिर हाईटेक पुलिस का खनन माफियाओं के सामने सरेंडर करना। लेकिन सवाल यह भी हैं कि आखिर कब इन अवैध खनन माफियाओं पर क्षेत्र में अंकुश लगेगा। या फिर आला अधिकारी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है। क्योंकि चारधाम यात्रा अपने चरम पर हैं। और तेज रफ्तार अवैध खनन से लदे टैक्टर ट्राली किसी बड़े हादसे को न्यौता दे सकते है। जिसमे बड़ी जनहानि की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता।