कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने स्वामी दयानंद सरस्वती कॉलेज का फीता काटकर किया उद्घाटन
बच्चो ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति, निशुल्क शिक्षा से क्षेत्र में अलग पहचान बनाएगा कॉलेज
क्लिक उत्तराखंड:(बुरहान राजपुत) ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र में स्वामी दयानंद सरस्वती कॉलेज का कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने फीता काटकर उद्घाटन किया।
कॉलेज में कक्षा एक से कक्षा 12 तक के होनहार और जरुरतमंद गरीब छात्र-छात्राओं को फ्री में शिक्षा दी जाएगी। और साथ ही बच्चो का मनबोल बढ़ाने के लिए कॉलेज के प्राचार्य पढ़ाई के साथ साथ खेल पर भी विशेष ध्यान रखेंगे।
ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र के कोटा माच्छहेडी मार्ग पर स्वामी दयानंद सरस्वती कॉलेज का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने फीता काटकर किया। इस दौरान उद्घाटन समारोह में पहुंचे संतो ने मंत्रों उच्चारण के साथ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्ज्वलित किया। इस दौरान कॉलेज के छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि ट्रस्ट की ओर लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में निशुल्क शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। ट्रस्ट की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर गरीब परिवार और जरूरतमंद छात्र छात्राओं को फ्री में शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस तरह के कॉलेजो से शिक्षा से वांछित बच्चो को स्कूल में पढ़ने का अवसर मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभावन छात्र छात्राओं की कमी नहीं है। लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर उन्होंने के कारण ऐसे प्रतिभावान बच्चे शिक्षा व खेल कूद के क्षेत्र में आगे बढ़ने से वंचित रहे जाते है। कॉलेज ऐसे बच्चो को क्षेत्र में स्थापित किए गए इस कॉलेज से निशुल्क शिक्षा व खेल कूद के क्षेत्र में एक नई दिशा देने का काम करेगा।
स्वामी दयानंद सरस्वती कॉलेज के प्रधानाचार्य ग्रीश उनियाल ने बताया कि ट्रस्ट की ओर खोले गए ग्रामीण क्षेत्र में इस कॉलेज से कक्षा एक से 12 तक के बच्चो को निशुल्क शिक्षा देने का कार्य किया जायेगा।
जिससे शिक्षा से वंचित और आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण ऐसे बच्चो को तलाश कर उनको सीबीएसई माध्यम के अनुसार शिक्षित करने का कार्य किया जायेगा। प्रतिभावान छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण करके देश का नाम रोशन करेंगे। उद्घाटन समारोह के दौरान साक्षात कर्ता नंदा( ट्रस्टी स्वामी दयानंद आश्रम ऋषिकेश), शिला बालाजी, स्वामी हंसा नंदा, सनी रामानंद, पूर्व प्रधान शीशपाल,बसंत खारे, रतन मणि बर्थवाल,प्रधान कलीराम,गजेंद्र सैनी, तेजवीर सिंह समेत बड़ी संख्या में अभिभावक और छात्र छात्राएं मौजूद रहे