गुमशुदा युवक के शव को लावरिश में दाखिल करने के मामले में एसएसपी ने बिठाई जांच,
कप्तान ने मामले की जांच एसपी देहात स्वपन किशोर को सौंपी.....युवक के परिजनों ने पुलिस पर धर्म विरुद्ध कार्य करने के आरोप लगाते हुए जमकर किया था हंगामा
क्लिक उत्तराखंड:-(एसके सिंह/बुरहान राजपुत) रुड़की शिक्षा नगरी में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। गंगनहर से मिले युवक के शव को पहले पुलिस ने सुपुर्द ए खाक कर दिया। मामला परिजनों तक पहुंचा तो शव को कब्र से निकला कर शमशान घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।
(फाइल फोटो)
अब इस मामले में एसएसपी हरिद्वार ने जांच आदेश दे दिए हैं। और जांच में दोषी पाए जाने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही हैं।
(फाइल फोटो)
रुड़की कोतवाली क्षेत्र का आदर्श नगर निवासी शिवम (21) बीती 13 फरवरी को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। परिजनों ने 15 फरवरी को कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिवार ने शिवम को संभावित जगहों पर तलाश किया था। इस बीच 17 फरवरी को मंगलौर पुलिस को एक शव आसफनगर झाल से मिला। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
(फाइल फोटो)
जिसके बाद शव को लावारिस समझकर कब्रिस्तान में दफना दिया। लेकिन इस बीच बीते गुरुवार को परिजनों ने पुलिस से एक बार फिर शिवम को तलाश करने की गुहार लगाई। थी। परिवार की गुहार के बाद पुलिस ने लावारिस शवों के फोटो परिजनों को दिखाए। तो परिजनों ने युवक की पहचान शिवम के रूप में की थी। तो तभी शव को कब्र से निकला गया। फिर शव को शमशान घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।
परिजनों ने पुलिस पर धर्म विरुद्ध कार्य करने के आरोप लगाए थे। शमशान घाट में परिजनों के हंगामे को संभालने और उन्हें शांत कराने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। अब इस मामले हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने संज्ञान लिया है। एसएसपी ने पूरे मामले की जांच बैठा दी हैं। और जांच एसपी देहात स्वपन किशोर को सौंपी है।
मामले की जांच करवाई जाएगी कि चूक मंगलौर पुलिस या रुड़की पुलिस से हुई है। जांच में जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी… एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल