उत्तराखंड

कलियर में दान पात्र का चोरों ने चटकाया ताला, क्षेत्र में मचा हड़कंप 

चौकीदार और पीआरडी जवान तैनात होने के बाद भी बार बार क्यों लग जाती है दान पात्रों में सेंध, दरगाह प्रबंधन पर खड़े हो रहे सवाल?

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क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपुत) इंसान लालच में किस हद तक जा सकता है इसका अंदाजा पिरान कलियर गोलक कांड से लगाया जा सकता है।

जहाँ दरगाह परिसर में दान के पैसे डालने के लिए रखे गए दान पात्र का ताला चटका कर चोरी करने के प्रयास का मामला सामने आया है।

(फाइल फोटो)

वही ड्यूटी पर तैनात दरगाह कर्मचारियों ने एक संदिग्ध को पकड़कर पुलिस के हवाला कर दिया। पुलिस संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ में जुटी हुई है। लेकिन इस घटना से दरगाह प्रबंधन पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

(दरगाह साबिर पाक फोटो)

आस्था की नगरी पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह हज़रत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक की तमाम व्यवस्थाओं का जिम्मा उत्तराखंड वक्फ बोर्ड और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से संभालते है।

(फाइल फोटो)

दरगाह शरीफ में हाजरी लगाने के लिए देश-विदेश से अकीदतमंद जायरीन आते है और दिल खोलकर चढावा चढ़ाते है। अकीदतमंद जायरीन दरगाह शरीफ, दरगाह परिसर और साबरी जामा मस्जिद में रखी गोलखो में दान की रकम डाली जाती है।

(फाइल फोटो)

इस दान के पैसे से दरगाह में तैनात पीआरडी जवान और कर्मचारियों को वेतन मिलता है। लेकिन शुक्रवार को दरगाह परिसर में रखे दान पात्र का ताला चटका कर उसमे सेंध लगाने का प्रयास किया गया।

(फाइल फोटो)

इस दौरान कमर्चारियों ने दरगाह परिसर में घूम रहे एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ कर पुलिस सौंप दिया। पुलिस ने सन्दिग्ध व्यक्ति को हिरासत ले लिया और पूछताछ कर रही है। लेकिन इस घटना ने दरगाह की सुरक्षा के दावों की पोल खोल दी हैं। क्योंकि चौकीदार और पीआरडी जवान तैनात होने के बाद भी दान पात्र महफूज नहीं हैं। इससे पहले भी दान पात्रों मे चोरी घटनाएं हुई हैं।

साल 2019 में भी दरगाह के दान पात्रों में हुई थी चोरी, पूर्व कर्मचारी समेत एक अन्य हुआ था गिरफ्तार…….

(फाइल फोटो)

बीती 28 दिसम्बर 2019 को जब रुड़की तहसील प्रशासन की टीम गोलखो की गिनती करने पिरान कलियर पहुँची थी। तो उन्हें गोलखो से पैसे चोरी होने का शक हुआ था। जिसके बाद टीम ने उच्चाधिकारियों को सूचना देते हुए पूरे प्रकरण की जांच कराई गई थी।

(फाइल फोटो)

जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो दूध का दूध पानी का पानी हो गया। जिसमे सीसीटीवी में दो व्यक्ति गोलख से चोरी करते दिखाई दिए थे। जिनकी पहचान करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। जिसमे एक पूर्व कर्मचारी भी मौजूद था।

दरगाह प्रबंधन पर खड़े हो रहे सवाल?

पिरान कलियर दरगाहो की जिम्मेदारी दरगाह प्रबंधन के पास हैं। तो दरगाह प्रबंधन पर सवाल उठाना लाज़िम हैं। क्योंकि करोड़ों रुपए की आय वाली दरगाह में चौकीदार और पीआरडी जवान तैनात होने के बाद भी बार बार दरगाह के दान पात्रों में सेंध क्यों लग जाती है?

सवाल यह भी हैं जब दरगाह के दान पात्र ही महफूज नहीं हैं। तो दरगाह में आने वाले जायरीनों को कैसे सुरक्षित समझा जा सकता है। तो यही बड़ा सवाल यह भी है जब दरगाह मामूर यानी बंद कर दी गई तो संदिग्ध व्यक्ति दरगाह परिसर में कैसे घुस आया? इसके साथ ही दरगाह प्रबंधन पर कई अनेकों सवाल खड़े हो रहे हैं। बरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है, और संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ जारी है।

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