
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपूत) गरीबों के खून पसीने की कमाई को पल भर में उड़ा लेकर जाने वाले आरोपियों पर पुलिस लगातार नकेल कस रही हैं।

उच्च अधिकारियों के विश्वास पर खरा उतरते हुए नारसन चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज एक के बाद एक गिरोह का पर्दाफाश कर आरोपितों को सलाखों के पीछे भेज रहे हैं।

इसी कड़ी में नारसन चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज ने बुजुर्ग और कम पढ़े लिखे व्यक्तियों की मदद करने के बहाने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले सांसी गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 27 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस ने शातिर के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर कोर्ट के समक्ष पेश किया हैं।

एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल के दिशा-निर्देश पर जिलेभर में त्योहारी सीजन के दृष्टिगत पुलिस बैंक, एटीम, ज्वैलर्स शॉप आदि पर बारीकी से नजर रख रही है।

क्षेत्र में शांति व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने अधीनस्थ अधिकारियों के पेंच सकते हुए कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के सख्त निर्देश दिए हैं।

इसी कड़ी में जब नारसन चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज पुलिस टीम के साथ गस्त कर रहे थे। इसी दौरान एसबीआई एटीएम बूथ नारसन के पास एक बिना नंबर प्लेट की बाइक और एक युवक को एटीएम के पास खड़ा देखा। तभी वह पुलिस को देखकर भागने लगा। इस पर पुलिस ने उसका पीछा कर पकड़ लिया।
तलाशी के दौरान युवक के पास 27 विभिन्न बैंकों और कंपनियों के एटीएम कार्ड बरामद हुए। कड़ी पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह एटीएम कार्ड बदलकर पैसे निकाल लेता है। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम अश्वनी निवासी ग्राम रामनगर, मल्लीपुर रोड़, कोतवाली सदर, सहारनपुर, उ.प्र. बताया।

पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान आरोपित अश्वनी ने बताया कि वह एटीएम बूथ के अंदर बुजुर्ग या कम पढ़े लिखे व्यक्तियों की मदद करने के बहाने से उनका एटीएम कार्ड बदल देता है और फिर दूसरे एटीएम में जाकर उनके एटीएम से पैसे निकाल लेता है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज वैधानिक कार्यवाही में जुटी हुई हैं।
नारसन चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज ने की अपील….

नारसन चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज ने एटीएम कार्ड और ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए लोगो से अपील करते हुए कहा कि आजकल साइबर क्राइम बढ़ गया। ठग कम पढ़े लिखे और बुजुर्गों को निशाने बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ठगी से बचने के लिए किसी को अपना एटीएम कार्ड या पिन साझा ना करे। और ना ही किसी को ओटीपी बताएं। अगर ठगी हो जाती हैं तो तत्काल 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज कराए। और पुलिस को सूचना दे।