
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) कुख्यात गैंगस्टर प्रवीण वाल्मीकि के गिरोह के साथ मिलीभगत कर पीड़ित पक्ष को धमकाने और संपत्ति बेचने का दबाव बनाने के आरोप में विशेष कार्य बल (STF) ने दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इन सिपाहियों का हाल ही में कुमाऊं रेंज में ट्रांसफर किया गया था। जांच में दोनों का वाल्मीकि गैंग से जुड़ाव सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई।
वाल्मीकि गैंग का संपत्ति हड़पने का काला कारोबार….

एसएसपी STF नवनीत सिंह भुल्लर ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि प्रवीण वाल्मीकि गैंग के संबंध में गोपनीय सूचनाओं के आधार पर एसटीएफ ने रुड़की पार्षद मनीष बॉलर, पंकज अष्टवाल सहित 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मनीष बॉलर प्रवीण वाल्मीकि का भतीजा है। पुलिस ने 27 अगस्त को मनीष बॉलर और पंकज जायसवाल को गिरफ्तार किया था।

पूछताछ में उन्होंने जमीन का सौदा करने और फर्जी रेखा बनाने के बारे में जानकारी दी। इस मामले में फर्जी रेखा बनने वाली महिला को भी गिरफ्तार किया गया। रुड़की क्षेत्र के ग्राम सुनेहरा के निवासी श्याम बिहारी की 2014 में मृत्यु हो गई थी। उनकी करोड़ों रुपये की संपत्ति ग्राम सुनेहरा में स्थित है। श्याम बिहारी की मृत्यु के बाद संपत्ति की देखभाल उनके छोटे भाई कृष्ण गोपाल कर रहे थे। 2018 में प्रवीण वाल्मीकि गैंग ने इस संपत्ति पर कब्जा करने की नियत से कृष्ण गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी।