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कलियर के दामन पर “भीख (भिक्षावृत्ति)” का दाग, सड़कों व बाजारों में हाथ पसारे भटकती मासूम जिंदगियां, उर्स/मेले में भिक्षावृत्ति बच्चों व महिलाओं की बढ़ी आमद

आखिर कब होगी कार्यवाही? क्या कहते हैं एसपी देहात और मेला कोतवाली प्रभारी? 

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क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपूत) पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक का 757वे सालाना उर्स मेंहदी डोरी की रस्म के साथ शुरू हो गया था, उर्स में सुरक्षा के लिहाज से चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया हैं।

पुलिस बल के तैनात होने के बावजूद भी कलियर के दामन पर “भीख” का दाग हर वर्ष की भांति इस बार भी लग कर रहे जाएगा? कलियर की सड़कों व बाजारों में सैकड़ों मासूम जिंदगियां हाथ पसारे भिक्षावृत्ति के लिए भटकती दिखाई दे सकती हैं।

तो वहीं कई महिलाएं और बुजुर्ग भी भिक्षावृत्ति में सम्मिलित है। जोकि जायरीनों और स्थानीय लोगों के साथ भिक्षा ना देने पर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। जिसके कारण कानून व्यवस्था भंग होने का भी अंदेशा रहता है।

लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चों और महिलाओं पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती हैं। जिस पर प्रश्नचिन्ह लगना जरूरी हैं?

कलियर की सड़कों व बाजारों में हाथ पसारे भटकती मासूम जिंदगियां….

अक्सर भिक्षावृत्ति के चंगुल में फंसे मासूम बच्चों को देखकर हर किसी का दिल पसीज जाता है। मासूम बच्चों की चेहरे की मासूमियत देखकर और इंसानियत का परिचय देते हुए कलियर पहुंचे जायरीन और स्थानीय लोग भीख मांग रहे बच्चों पर दया दिखाते हुए भिक्षा देते हैं।

कलियर की सड़कों व बाजारों में मासूम बच्चों को भिक्षा मांगते हुए देखा जा सकता है। जबकि सवाल उठने लाज़िम हैं? कि भिक्षावृत्ति में सम्मिलित बच्चों के पीछे कौन-सा-सरगना शामिल हैं? जोकि मासूम जिंदगियों का भविष्य बर्बाद करने में लगे हुए है। जबकि कुछ मां-बाप जान बुझकर मासूम बच्चों को भिक्षावृत्ति के दलदल में धकेल देते हैं। और चंद पैसों की खातिर उनके भविष्य को नरक बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। वही पुलिस-प्रशासन की ओर से इन शातिर सरगनाओं व मां बाप पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती हैं?

भिक्षावृत्ति को लेकर आखिर कब होगी कार्यवाही?

बताते चले कि दरगाह साबिर पाक का उर्स/मेले शुरू होने के साथ ही भिक्षावृत्ति में मासूम बच्चों महिलाओं और बुजुर्ग की संख्या में काफी इजाफा हो जाता है। जैसे-जैसे उर्स में भारी भीड़ शुरू होती हैं, तो ये गिरोह सक्रिय हो जाता हैं उर्स/मेले के दौरान ये गिरोह बड़ी घटना को अंजाम देने से भी गुरेज नहीं करता। लेकिन फिर भी पुलिस-प्रशासन की ओर से इनके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। जोकि चिंता का विषय हैं।

क्या कहते हैं रुड़की एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और कलियर मेला कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर गोविंद कुमार?

एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और इंस्पेक्टर गोविंद कुमार

भिक्षावृत्ति को लेकर सूचना मिली है, तत्काल एक्शन लेते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को वैधानिक कार्यवाही करने के दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। वही कलियर मेला कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गोविंद कुमार ने बताया कि टीम गठित की जा रही है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर जल्द रेस्क्यू किया जाएगा।

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