जिले में आग का तांडव: रिहायशी इलाके में दूर-दूर तक उठी आग की लपटें, अल सुबह चीखते-चिल्लातें लोग घरों से बाहर निकले
कई गोदाम जलकर हुए खाक, फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू.....

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) हरिद्वार जिले के दादूपुर गोविंदपुर इलाके में शुक्रवार की अल सुबह एक बड़ी आग लगने की खबर सामने आई है। जहां पर अलग-अलग स्थानों पर एक साथ कई गोदामों में अचानक से आग लग गई।
खौफनाक मंजर देखकर स्थानीय लोग चीखते चिल्लाते हुए इधर से उधर अपने घरों से बाहर निकले। और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे। लेकिन आग की लपटे और धुआं इतना खौफनाक था कि फिलहाल भी स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हैं। इसके साथ ही प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक हरिद्वार के दादूपुर गोविंदपुर रिहायशी इलाके में सुबह करीब 4 बजे सात कबाड़ गोदामों में एक साथ आग लग गई।
गोदामों में धीरे-धीरे लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और जमकर कर अपना तांडव मचाना शुरू कर दिया। जिससे गोदामों में आग लगने के कारण लाखों का सामान जलकर खाक हो गया।
आग इतनी विकराल थी कि लपटें दूर तक दिखाई दे रही थी। और धुएं ने पूरे रिहायशी क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके कारण लोगों में चीख पुकार मच गई।
सूचना पर दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि तब तक अधिकांश गोदाम पूरी तरह जल राख हो चुके थे। वहीं सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और गोदामों में आग लगने के कारणों पता करने में जुटी हुई हैं।
आग पर काबू पाने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली और इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर कई सवाल खड़े किए हैं। लोगों का कहना हैं कि रिहायशी इलाका होने के कारण इन गोदाम स्वामियों को अनुमति कैसे मिल जाती हैं?
उन्होंने बताया कि इस बारे में कई बार स्थानीय प्रशासन को शिकायत भेजी गई है। लेकिन विभागीय अधिकारी कागजों तक ही जांच को समेट देते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने सीएम हेल्पलाइन और प्रधानमंत्री कार्यालय तक मेल और पत्र भेजे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिर कब तक लोगों की जान से खिलवाड़ होता रहेगा?