अजब-गजब: कोर्ट और पुलिस के बीच में फंस गया पीड़ित वादी, पैसे के बदले मिला वारंट
"वादी" को ही पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार, जानिए क्या था मामला?

क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) हरिद्वार जिले की रुड़की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया हैं। जहां पर एक मजदूर को अपनी मजदूरी के पैसे वापस लेना भारी पड़ गया।

“हुआ यूं” कि रुड़की की एक कोर्ट से वादी के नाम से ही वारंट निकाल दिया गया। कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए पुलिस ने भी अपना पूरा फर्ज निभाया और पीड़ित वादी को ही गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया। लेकिन इससे पहले पीड़ित वादी को ओर मुसीबत का सामना करना पड़ा तो उनके अधिवक्ता ने कोर्ट के समक्ष अपनी पूरी बात रखी। जिसके बाद 75 वर्षीय पीड़ित वादी को कोर्ट से रिहा किया गया।

जानकारी के मुताबिक वर्ष 2018 में इलमचंद निवासी पनियाला ने ठेकेदार राजवीर निवासी छपार उत्तर प्रदेश के खिलाफ चेक बाउंस का एक मामला दर्ज करवाया था। आरोप हैं कि ठेकेदार राजवीर ने मजदूर इलमचंद का 50 हजार रुपए नहीं दिए थे। जिसकी एवज में ठेकेदार ने इलमचंद को चेक दिया था जो बैंक में लगाने के बाद बाउंस हो गया था। जिसके बाद मजदूर इलमचंद ने अपने अधिवक्ता की मदद से चेक बाउंस रुड़की की एक कोर्ट में लगाया।
लेकिन प्रतिवादी ठेकेदार राजवीर कोर्ट में पेश नहीं हुआ। जिसके चलते 7 वर्षों से मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है। लंबी कानूनी प्रक्रिया के चलने के दौरान अब ऐसा हुआ जिसको सुनकर आप आश्चर्य में पड़ जाओगे।

हुआ यूं कि रुड़की की एक कोर्ट से पीड़ित वादी इलमचंद का वारंट निकाल दिया गया। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए गंगनहर कोतवाली पुलिस ने 75 वर्षीय बुजुर्ग वादी इलमचंद को गिरफ्तार कर लिया। और कोर्ट में पेश कर दिया।

जब पीड़ित के परिजनों ने पूरा घटनाक्रम अपने अधिवक्ता को बताया तो उनके अधिवक्ता ने पूरा वकाया कोर्ट के समक्ष रखा। जिसके चलते कोर्ट ने बुजुर्ग वादी को तुरंत रिहा कर दिया। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना हैं कि उन्होंने कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए कार्यवाही की हैं।