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हंगामा: रुड़की नगर निगम की बोर्ड बैठक में पत्रकारों के साथ बदतमीजी, सत्ता के नशे में चूर विधायक प्रदीप बत्रा ने पत्रकारों के साथ की धक्का-मुक्की

पार्षदों ने भी लगाए आरोप, कहा कि बंधक बनाकर हुई बोर्ड बैठक, किसी को बोलने तक नहीं दिया गया, पर्दे के पीछे बैठे पर्दानशी का खुलेगा घूंघट?.

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क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) सत्ता का नशा जब बोलता है तो सिर चढ़कर बोलता है। चाहे सामने जनता हो तो फिर पत्रकार, “जी हां” सोमवार को रुड़की नगर निगम की बोर्ड बैठक में कुछ ऐसा ही हुआ।

फाइल फोटो

जहां पर पहले तो विधायक प्रदीप बत्रा ने बैठक कक्ष में चौथे स्तंभ का दमन करते हुए पत्रकारों की एंट्री पर रोक लगा दी।

जब पत्रकारों ने विधायक प्रदीप बत्रा से उसका कारण पूछा, तो उन्होंने वरिष्ठ पत्रकारों के साथ धक्का मुक्की करते हुए बदतमीजी शुरू कर दी। इस घटना के कारण पत्रकारों में आक्रोश बढ़ गया और विधायक प्रदीप बत्रा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

और साथ ही रुड़की के दोनों प्रेस क्लबों ने बैठक कर मंगलवार को होने वाले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।

पार्षदों ने भी लगाए आरोप, कहा कि बंधक बनाकर हुई बोर्ड बैठक…. रुड़की नगर निगम की बोर्ड बैठक के बाद जैसे ही पार्षद बाहर निकल आए उन्होंने आरोप लगाया कि बोर्ड बैठक का संचालन विधायक प्रदीप बत्रा ने किया।

पार्षद नितिन त्यागी ओर सचिन चौधरी ने लगाए आरोप

जबकि महापौर अनीता अग्रवाल कठपुतली बनकर तमाशबीन बनी रही। पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बंधक बनाकर बोर्ड बैठक हुई हैं। विधायक प्रदीप बत्रा ने किसी को भी कुछ बोलने तक नहीं दिया। यह लोकतंत्र की हत्या है। वहीं उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार की घोर निंदा करते हैं।

कलियर विधायक फुरकान अहमद ने भी जताया खेद….

कलियर विधायक फुरकान अहमद पत्रकारों से बातचीत करते हुए

रुड़की बोर्ड बैठक में मौजूद कलियर विधायक फुरकान अहमद ने विधायक प्रदीप बत्रा के बरताव को गलत ठहरते हुए कहा कि पत्रकार ही हम लोगों की आवाज उठते हैं बोर्ड बैठक से उनको दूर रखना गलत है। उन्होंने कहा पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार पर खेद व्यक्त किया हैं।

पर्दे के पीछे बैठे पर्दानशी का खुलेगा घूंघट?…

बोर्ड बैठक में पत्रकारों की एंट्री पर बैन, लेकिन बोर्ड बैठक के दौरान एक व्यक्ति को पर्दे के पीछे बैठाकर पूरी बोर्ड बैठक की कार्यवाही लाइव दिखाई गई।

सफाई देते मेयर पति ललित मोहन अग्रवाल

जब पत्रकारों ने पर्दे के पीछे बैठे व्यक्ति के बारे में मेयर पति ललित मोहन अग्रवाल से पूछा तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनको नहीं मालूम वह कौन हैं। और साथ ही उन्होंने कहा कि नई प्रथा को शुरू नहीं होने दिया जाएगा।

विधायक प्रदीप बत्रा के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए पत्रकार

जबकि मेयर पति को इतना भी मालूम नहीं हैं कि जब सदन चलता है तो पत्रकारों के लिए अलग से व्यवस्था की जाती हैं। और पूरी सदन की कार्यवाही को पत्रकार अपने कैमरों में कैद करते है। वहीं आक्रोशित पत्रकारों ने विधायक प्रदीप बत्रा के सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगने पर कल मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। और वही पत्रकार संगठन जल्द पर्दानशी व्यक्ति का घुंघट खोलेंगे।

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