रुड़की में पुल गिरने की घटना मामले में 3 जांच सदस्य समिति गठित
एक हफ्ते के अंदर देनी होगी जांच रिपोर्ट, इनको बनाया गया जांच अध्यक्ष
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) रुड़की में कल यानी छोटी दीपावली के दिन अचानक लोहे से बना एक निर्माणाधीन पुल गिर गया। पुल गिरने के बाद विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
जिसके बाद पुल के ध्वस्त होने की लापरवाही के चलते अब शासन ने इस मामले का संज्ञान लिया। शासन ने पुल गिरने की घटना की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है। जांच समिति में मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग देहरादून को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
गौरतलब है कि हरिद्वार जिले के शिक्षानगरी रुड़की में छोटी दिवाली के मौके पर लोहे से बन रहे निर्माणाधीन पुल गिर कर ध्वस्त हो गया। जिसके चलते मौके पर अफरा तफरी मच गई थीं। वही विभाग के अधिकारियों की ओर से सफाई पेश की गई। लेकिन पुल ध्वस्त होने के साथ ही निर्माणदायी संस्था की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। क्योंकि साल 2012 में भी इसी तरह का एक पुल पूरा होने से पहले ही गिर गया था।
जिसमें चार मजदूर भी गंगा नदी में बह गए थे। वही इस पुल का कार्य भी निर्माणदायी संस्था की फरवरी माह 2025 तक पूरा करना था लेकिन इससे पहले ही पुल गंगनहर में गिरकर कर ध्वस्त हो गया। पुल के ध्वस्त होने की लापरवाही के चलते अब शासन ने इस मामले का संज्ञान लिया। शासन ने पुल गिरने की घटना की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है।
इस पूरे मामले को लेकर लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे ने एक समिति का गठन कर दिया है। ये समिति इस पूरे मामले की जांच करेगी। मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग देहरादून को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। गोपेश्वर और देहरादून के अन्य दो अधिकारियों को इसका सदस्य बनाया गया है। तीन सदस्यीय यह टीम एक हफ्ते के अंदर पुल टूटने की रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।