दरगाह परिसर बना नशेड़ियों के दंगल का अखाड़ा
दरगाह प्रबंधन और पीआरडी जवानों की लंबी फौज नशेड़ियों के सामने नतमस्तक, जायरिनों की सुरक्षा पर भी उठे सवाल?(देखिए वीडियो)
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो)
“मास्टरनी जी” के राज में व्यवस्था पटरी से उतर गई हैं। या फिर ये कहा जाए कि ग़ैब से दरगाह का निजाम चल रहा हैं। नहीं तो कही पर भी व्यवस्था धरातल पर दिखाई नहीं दे रही हैं।
ऐसा ही मामला सोमवार को दरगाह परिसर से सामने आया। जहां पर दरगाह साबिर पाक का मुख्य द्वार नशेड़ियों के दंगल का अखाड़ा बन गया।
हद तो तब हो जाती है, ये नशेड़ी पवित्र स्थल पर नशा करके भोले भाले जायरिनों को अपने जाल में फंसते हैं। लेकिन इन नशेड़ियों पर दरगाह प्रबंधन और दरगाह के दान के पैसे से सुरक्षा में लगाए गए पीआरडी जवानों की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जाती हैं। जिसके कारण इनके हौसले बुलंद हैं।
विश्व विख्यात दरगाह साबिर पाक में अकीदतमंद जायरीनों की गहरी आस्था हैं। इसी के चलते प्रतिदिन दरगाह शरीफ पर हजारों की संख्या में अकीदतमंद जायरीन दरगाह में हाजिरी पेश कर रूहानी फैज हासिल करते हैं।
जायरिनों की सुरक्षा के लिए दरगाह के दान के पैसे से अलग अलग शिफ्ट में पीआरडी जवानों को तैनात किया गया हैं। और साथ ही दरगाह प्रबंधन की अपनी लंबी फौज हैं। लेकिन उसके बावजूद भी दरगाह शरीफ के मुख्य द्वार पर नशेड़ियों, फर्जी खादिमों समेत अन्य हुड़दंगियों ने अपना डेरा डाले हुआ हैं।
जिससे लगता हैं कि इनके सामने दरगाह प्रबंधन नतमस्तक हो चुका हैं। वही अक्सर दरगाह शरीफ से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो जाते है। सोमवार को भी दरगाह परिसर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दो वीडियो वायरल हो रहे हैं।
वायरल हुआ वीडियो…
दरगाह साबिर में अक्सर नशेड़ियों और फर्जी खादिमों की करतूत कैमरे में कैद हो जाती हैं। सोमवार को भी दरगाह परिसर से जुड़े दो वीडियो कैमरे में कैद हों गए। जोकि वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे हैं।
पहले वीडियो में युवक दरगाह साबिर के पाक मुख्य द्वार पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर एक दूसरे के साथ मारपीट पर उतारू हो रहे है, जिसके कारण मुख्य द्वार दंगल का अखाड़ा बन गया।
वही दूसरा वीडियो भी दरगाह परिसर से जुड़ा है, वीडियो में एक युवक ने महिला जायरीन से मुराद पूरी होने का हवाला देते हुए उससे पैसे ऐंठ लिए। मौके पर पहुंचे लोगों ने किसी तरह उससे महिला के पैसे वापस कराए।
लेकिन इस दौरान ना तो पीआरडी का कोई जवान मौके पर आया, और ना ही दरगाह प्रबंधन का कोई नुमाइंदा, जिसके कारण दरगाह प्रबंधन पर जायरिनों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।