
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) हरिद्वार जिले में दलित महिला के साथ छापेमारी के दौरान अभद्रता और बदसूलकी मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग सख्त हो गया हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने दलित महिला की शिकायत पर कोतवाल, सब इंस्पेक्टर व 9 नामजद समेत 17 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसएसपी हरिद्वार को कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
और साथ 15 दिनों के भीतर कार्यवाही कर रिपोर्ट आयोग भेजने के दिशा-निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की सख्ती के बाद हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने हड़कंप मच गया हैं.

ज्वालापुर कोतवाली स्थित जुर्स कंट्री में पुलिस टीम ने 05 सितम्बर को एक अपार्टमेंट में छापेमारी की थी। दलित महिला राजेश देवी का आरोप हैं कि छापेमारी के दौरान जब उसने पुलिसकर्मियों को तलाशी वारंट दिखाने के लिए कहा तो पुलिसकर्मियों द्वारा उसके साथ अभद्रता, गाली-गलौज व बदसूलकी की गई।
वही महिला ने आरोप लगाया है छापेमारी के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ कोई महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। शिकायतकर्ता दलित महिला ने लॉ एंड जस्टिस सोसायटी के सदस्य कृष्णकांत की मदद से राष्ट्रीय महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया। महिला ने आयोग को शिकायत करते हुए पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने दलित महिला की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कोतवाल, तत्कालीन एसओजी प्रभारी, 2 हेड कांस्टेबल, 5 कांस्टेबल समेत अन्य 6-8 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसएसपी हरिद्वार को ई-मेल भेजकर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। और साथ 15 दिनों के भीतर कार्यवाही कर रिपोर्ट आयोग को भेजने के दिशा-निर्देश दिए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार को भेजे गए ईमेल में राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्पष्ट किया है कि यदि 15 दिनों की समय-सीमा में कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट नहीं भेजी गई तो आयोग अपने वैधानिक अधिकारों का प्रयोग कर कड़ी कार्रवाई करेगा।