
क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपूत) शादी-ब्याह के सीजन में पनीर की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही हैं। लेकिन जिंदगी के दुश्मन खाने-पीने की चीजों में मिलावट कर स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। पिछले कुछ सालों से पनीर में मिलावट की अनगिनत घटनाएं उजागर हुई हैं।
पनीर का बहुत ज्यादा सेवन किया जाता है और इसी वजह से इसकी डिमांड ज्यादा है। यही वजह है कि कारोबारी मिलावटी पनीर बनाने में बिलकुल भी हिचकिचाते नहीं है।
मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के नारसन बॉर्डर पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने पिकअप वाहन में लेकर आ रहे 700 किलो संदिग्ध पनीर का भंडाफोड़ किया हैं। संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते फूड सेफ्टी सर्टिफिकेट और मानकों के विपरीत संदिग्ध पनीर को कब्जे में लेकर बॉर्डर के पास गड्ढा खोदकर दफन कर दिया।

एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने शादियों के सीजन के मद्देनजर सुरक्षा के लिहाज से जिले से लेकर सीमावर्ती बॉर्डर तक सख्त चेकिंग अभियान चलाने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

वही एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील नारसन चौकी पर कड़ी और पैनी निगरानी रखने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए हैं।

निर्देशों के अनुपालन में कोतवाली मंगलौर की टीम लगातार बॉर्डर पर निगरानी बनाए हुए थी। प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह के पर्यवेक्षण में पुलिस टीम संदिग्ध वाहनों पर कड़ी नजर रखे हुए थी।

इसी कड़ी में नारसन चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज के नेतृत्व में बृहस्पतिवार की अलसुबह पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए बोलोरो पिकअप में लेकर आ रहे 700 किलो संदिग्ध पनीर को बॉर्डर पर पकड़ लिया।। बताया गया है कि पनीर को अलीगढ़ से लाया गया हैं। और जिसको हरिद्वार और देहरादून में शादी ब्याह में सप्लाई करना था।
इस दौरान संयुक्त टीम ने चालक और स्वामी से पनीर से संबंधित दस्तावेज दिखाने के लिए कहा। लेकिन पनीर से जुड़े फूड सेफ्टी सर्टिफिकेट या अन्य दस्तावेज नहीं दिखा पाए। जिसके बाद पुलिस टीम ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी के निर्देशन में पनीर को कब्जे में लेकर नारसन बॉर्डर के समीप गड्ढा खोदकर नष्ट कर दिया। इसके साथ ही पुलिस द्वारा अग्रिम कार्यवाही में जुटी हुई हैं।



