दिवाली के मौके पर उल्लुओं की आती हैं शामत: जादू-टोना करने के लिए दी जाती हैं उल्लुओं की बलि
जिम कार्बेट और राजाजी टाइगर में हाई अलर्ट, 24 घंटे रखी जा रही हैं पैनी नजर....(पढ़िए खबर)

क्लिक उत्तराखंड:-(बुरहान राजपूत) दीपावली का त्योहार जहां सबके लिए खुशियां लेकर आता है, तो वहीं उल्लू की शामत आ जाती है, क्योंकि तंत्र-मंत्र, टोटकों के लिए उल्लुओं का शिकार इन दिनों काफी बढ़ जाता है।
कुछ तांत्रिक प्रथाओं के लिए उल्लू की बलि दी जाती है, जिसे रोकने के लिए कॉर्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
रोशनी के पर्व दिवाली को हर कोई अपने हिसाब से मानता हैं। चाहे वो बड़े बुजुर्गों के बताए गए मार्ग-दर्शन परम्परा हो या फिर तांत्रिक क्रय के चंगुल में फंसे लोग इस दिन का इंतजार करते हैं। क्योंकि दिवाली पर खासकर सबसे ज्यादा तस्करी उल्लुओं की होती हैं।
दीपावली पर्व के दौरान उल्लू समेत अन्य वन्यजीवों के शिकार की आशंका को देखते हुए वन विभाग ने राज्य में हाई अलर्ट जारी किया हुआ है। सभी संरक्षित और आरक्षित क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई हैं।
वही कई क्षेत्रों में विशेष गश्त भी करवाई जा रही है, तो वहीं बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इतना ही नहीं कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी भी बढ़ा दी गई है। वन विभाग ने लोगों से तंत्र-मंत्र के चक्कर में नहीं पड़ने की अपील की है।