कांवड़ यात्रा 2024 :- दो दिन में हादसो से अब तक 3 कावडियो की मौत
आगामी दिनों में कांवड़ यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रशासन के सामने कड़ी चुनौतियां
क्लिक उत्तराखंड:-(ब्यूरो) कांवड़ यात्रा 2024 को सफल बनाने के लिए प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में है।
(फाइल फोटो)
लेकिन इसी बीच कावडियो का धर्मनगरी में आने का सिलसिला भी शुरू हो गया हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान दो दिनों में हरिद्वार से मंगलौर जाने वाले हाईवे पर हादसे से 3 कावडियो की दर्दनाक मौत हो गई।
(फाइल फोटो)
जबकि हादसे के दौरान उनके साथी कावड़िए गंभीर रूप से घायल हैं। पहली घटना शनिवार की हैं मिली जानकारी के मुताबिक यूपी के अलीगढ़ जिले के रहने वाले मानवेंद्र, अमित और बंटी बाइक पर हरिद्वार गंगा स्नान के लिए जा रहे थे।
(मृतकों की फाइल फोटो)
तभी रुड़की से पहले मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में लिब्बरहेड़ी शुगर मिल के पास तेज रफ्तार बाइक आगे जा रहे ट्रक में जा घुसी। इस हादसे में 38 साल से मानवेंद्र और उसके 32 साल के भाई अमित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 18 साल का बंटी गंभीर रूप से घायल हो गया।
(फाइल फोटो)
वही दूसरा हादसा रविवार को हुआ जहां पर उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर निवासी तीन युवक बाइक पर सवार होकर हरिद्वार में जल लेने जा रहे थे जैसे ही उनकी बाईक मंगलौर में एसबीआई बैंक के पास पहुंची तो उनकी बाइक डिवाइडर से टकरा गई।
(फाइल फोटो)
बताया जा रहा है कि इस हादसे में प्रशांत पुत्र विनोद कुमार निवासी लोहिया बाजार मुजफ्फरनगर की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई जबकि उसके साथी कावड़िए गगन पुत्र पंकज और शुभम मित्तल पुत्र राजकुमार मित्तल निवासी लोहिया बाजार मुजफ्फरनगर गंभीर रूप से घायल हो गए।
(फाइल फोटो)
मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के अस्पताल में भर्ती कराया और मृतकों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के अस्पताल भिजवाया।
आगामी दिनों में कांवड़ यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रशासन के सामने कड़ी चुनौतियां…..
कल यानी सोमवार को सावन माह का पहला सोमवार होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन माह में करोड़ों की संख्या में कांवड़ यात्री कांवड़ और जल उठाने के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं। लेकिन जैसे जैसे सावन माह आगे बढ़ता है।
ऐसे ही कावडियो की भीड़ धर्मनगरी हरिद्वार में प्रवेश करती है। जिसके कारण प्रशासन के सामने कई अहम चुनौतियां सामने आती है।
(फाइल फोटो)
जिसमे जल खंडित होने और हादसों में मरने वाले कावडियो के साथ आए अन्य साथियों को जैसे तैसे समझा बुझाकर उनके गंतव्य के लिए आगे रवाना किया जाता है। वही आने समय में धर्मनगरी में बड़ी संख्या में कावड़ियों की पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।